Jaunpur Live News Network
जौनपुर लाइव न्यूज नेटवर्क
इस मद में 12,800 करोड़ रुपये का सरकार ने किया है प्राविधान
गरीब 14.2 किलो के सिलेंडर को बदलकर ले सकता है 5 किलो का कनेक्शन
जौनपुर। एलपीजी गरीबी, सामाजिक उत्थान और सामाजिक परिवर्तन का एक उत्प्रेरक बन गया है। खाना पकाने के लिए स्वच्छ र्इंधन की पहुंच सुनिश्चित करना मोदी सरकार की विकास रणनीति के मूल में है जो कि सशक्तिकरण और आसान जीवन यापन के लिए जरुरी है। भारत में एलपीजी विपणन 1955 में शुरु हुआ। अप्रैल 2014 तक भारत में 13 करोड़ एलपीजी उपभोक्ता थे और राष्ट्रीय एलपीजी कवरेज 55 प्रतिशत था।
पिछड़े साढ़े चार वर्षों में पीएमयूवाई के तहत छह करोड़ कनेक्शन सहित लगभग 12.50 करोड़ एलपीजी कनेक्शन जारी किये गये है। यह रिकॉर्ड समय में 100 प्रतिशत वृद्धि हुई है। प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में प्रबंधक एलपीजी सेल्स जौनपुर प्रशांत सिंह ने बताया कि मौजूदा समय में 100 परिवारों में से 90 के पास रसोई गैस के माध्यम से खाना पकाने के लिए स्वच्छ र्इंधन है। उज्जवला योजना अपने तरह की सबसे बड़ी योजना है जिसमें आठ करोड़ गरीब परिवारों को एलपीजी कनेक्शन, मार्च 2020 तक देना है और इसके लिए सरकार ने 12,800 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। पहले इस योजना का लक्ष्य मार्च 2019 तक पाँच करोड़ लोगों को कनेक्शन देना था इस लक्ष्य को अगस्त 2018 में ही पूरा कर लिया गया है। श्री सिंह ने बताया कि उज्जवला योजना की शुरुआत में जौनपुर में एलपीजी कवरेज करीब 48 प्रतिशत था और उज्जवला योजना के बाद अब जौनपुर में एलपीजी कवरेज लगभग 85 प्रतिशत हो गया है। जौनपुर में अब तक दो लाख कनेक्शन उज्जवला योजना के अंतर्गत दिये जा चुके है जिसमें करीब 65 प्रतिशत एससी, एसटी के लाभार्थी है। जौनपुर जिले में पीएमयूवाई की प्रति व्यक्ति खपत करीब दो से तीन सिलेंडर है। उन्होंने बताया कि पीएमवाई लाभार्थियों द्वारा एलपीजी के निरंतर उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए ऑयल कम्पनिज ने छह रिफिल के लिए सब्सिडी के माध्यम से ऋण राशि की वसूली को स्थगित कर दिया। साथ ही कोई भी उज्जवला ग्राहक अपने 14.2 किलो कि सिलेंडर को बदलकर पाँच किलो का कनेक्शन आसानी से प्राप्त कर सकता है और जब मर्जी चाहे फिर से 14.2 किलो का कनेक्शन ले सकता है। कहा कि प्रधानमंत्री एलपीजी पंचायत के नाम से ग्रामीण एलपीजी उपयोगकर्ताओं के लिए इंटरएक्टिव संचार मंच की शुरुआत की गयी है जिसमें उपयोगकर्ताओं को एलपीजी के सुरक्षित उपयोग और लाभों पर शिक्षित किया जाता है। जौनपुर में कुल 75 एलपीजी पंचायत अब तक किये जा चुके है। एलपीजी वितरण नेटवर्क का विस्तार भी किया जा रहा है जिससे सभी ग्राहकों को पूरी सुविधा दी जा सके। उज्जवला योजना की शुरुआत में जौनपुर जिले में कुल 40 वितरक थे और अब पूरे जिले में 77 वितरक है। अब सभी ग्रामीण वितरकों को होम डिलवरी की सुविधा देनी है। साथ ही लिकेज समस्या के समाधान के लिए 1906 टोल फ्री नम्बर की शुरुआत की गयी है।
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इस मद में 12,800 करोड़ रुपये का सरकार ने किया है प्राविधान
गरीब 14.2 किलो के सिलेंडर को बदलकर ले सकता है 5 किलो का कनेक्शन
जौनपुर। एलपीजी गरीबी, सामाजिक उत्थान और सामाजिक परिवर्तन का एक उत्प्रेरक बन गया है। खाना पकाने के लिए स्वच्छ र्इंधन की पहुंच सुनिश्चित करना मोदी सरकार की विकास रणनीति के मूल में है जो कि सशक्तिकरण और आसान जीवन यापन के लिए जरुरी है। भारत में एलपीजी विपणन 1955 में शुरु हुआ। अप्रैल 2014 तक भारत में 13 करोड़ एलपीजी उपभोक्ता थे और राष्ट्रीय एलपीजी कवरेज 55 प्रतिशत था।
पिछड़े साढ़े चार वर्षों में पीएमयूवाई के तहत छह करोड़ कनेक्शन सहित लगभग 12.50 करोड़ एलपीजी कनेक्शन जारी किये गये है। यह रिकॉर्ड समय में 100 प्रतिशत वृद्धि हुई है। प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में प्रबंधक एलपीजी सेल्स जौनपुर प्रशांत सिंह ने बताया कि मौजूदा समय में 100 परिवारों में से 90 के पास रसोई गैस के माध्यम से खाना पकाने के लिए स्वच्छ र्इंधन है। उज्जवला योजना अपने तरह की सबसे बड़ी योजना है जिसमें आठ करोड़ गरीब परिवारों को एलपीजी कनेक्शन, मार्च 2020 तक देना है और इसके लिए सरकार ने 12,800 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। पहले इस योजना का लक्ष्य मार्च 2019 तक पाँच करोड़ लोगों को कनेक्शन देना था इस लक्ष्य को अगस्त 2018 में ही पूरा कर लिया गया है। श्री सिंह ने बताया कि उज्जवला योजना की शुरुआत में जौनपुर में एलपीजी कवरेज करीब 48 प्रतिशत था और उज्जवला योजना के बाद अब जौनपुर में एलपीजी कवरेज लगभग 85 प्रतिशत हो गया है। जौनपुर में अब तक दो लाख कनेक्शन उज्जवला योजना के अंतर्गत दिये जा चुके है जिसमें करीब 65 प्रतिशत एससी, एसटी के लाभार्थी है। जौनपुर जिले में पीएमयूवाई की प्रति व्यक्ति खपत करीब दो से तीन सिलेंडर है। उन्होंने बताया कि पीएमवाई लाभार्थियों द्वारा एलपीजी के निरंतर उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए ऑयल कम्पनिज ने छह रिफिल के लिए सब्सिडी के माध्यम से ऋण राशि की वसूली को स्थगित कर दिया। साथ ही कोई भी उज्जवला ग्राहक अपने 14.2 किलो कि सिलेंडर को बदलकर पाँच किलो का कनेक्शन आसानी से प्राप्त कर सकता है और जब मर्जी चाहे फिर से 14.2 किलो का कनेक्शन ले सकता है। कहा कि प्रधानमंत्री एलपीजी पंचायत के नाम से ग्रामीण एलपीजी उपयोगकर्ताओं के लिए इंटरएक्टिव संचार मंच की शुरुआत की गयी है जिसमें उपयोगकर्ताओं को एलपीजी के सुरक्षित उपयोग और लाभों पर शिक्षित किया जाता है। जौनपुर में कुल 75 एलपीजी पंचायत अब तक किये जा चुके है। एलपीजी वितरण नेटवर्क का विस्तार भी किया जा रहा है जिससे सभी ग्राहकों को पूरी सुविधा दी जा सके। उज्जवला योजना की शुरुआत में जौनपुर जिले में कुल 40 वितरक थे और अब पूरे जिले में 77 वितरक है। अब सभी ग्रामीण वितरकों को होम डिलवरी की सुविधा देनी है। साथ ही लिकेज समस्या के समाधान के लिए 1906 टोल फ्री नम्बर की शुरुआत की गयी है।
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