डा.लाल साहब की मनाई गई पहली पुण्यतिथि, दी गई श्रद्धांजलि
जौनपुर। जनपद के गौरा गाँव में जन्म लेकर साहित्य के फ़लक पर अपने साहित्यिक कृतियों और कुशल प्रशासनिक क्षमता से प्रसिद्धि पाने वाले सौम्य और मृदुभाषीए डॉ. लाल साहब सिंह की प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन सरस्वती इंटर कालेज के प्रांगण में बुधवार को किया गया। डॉ लाल साहब सिंह के पुत्र वि·िाद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ विजय कुमार सिंह ने अपनी पत्नी डॉ माया सिंह व पुत्रों के साथ पूजन तर्पण कर डॉ लाल सिंह के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए अपने पिता को नम आंखों से श्रद्धा सुमन अर्पित किये। उन्होंने कहा कि आज जीवन में मेरी जो भी उपलब्धियां हैं वह पिता के संस्कारों और आशीर्वाद का ही फल है। नियति ने भले ही उन्हें आज हमसे दूर कर दिया हो यह उनके व्यक्तित्व का ही असर है कि हर मुश्किल घड़ी में उनके आशीष की छाया हमें सकुशल मंजिल तक लेकर चली जाती है। वरिष्ठ शिक्षक नेता और तिलकधारी महाविद्यालय में भूगोल के विभागाध्यक्षए डॉ राजीव प्रकाश सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए डॉ लाल साहब सिंह का व्यक्तित्व अनुकरणीय है। प्राचार्य डॉ समर बहादुर सिंह ने डॉ लाल साहब सिंह को नमन करते हुए कहा कि साहित्यिक विधा का क्षेत्र हो या सल्तनत बहादुर पीजी कॉलेज बदलापुर में लगभग 26 वर्षो के उनके प्राचार्य का कार्यकाल रहा हो डॉ लाल साहब सिंह ने सफलता के ऐसे प्रतिमान स्थापित किये हैं जो दूसरों के लिए सदैव अनुसरण योग्य हैं। सल्तनत बहादुर पीजी कॉलेज बदलापुर के वर्तमान प्राचार्य डॉ ब्राजेन्द्र सिंह ने डॉ के व्यक्तित्व और कृतित्व को समाज के लिए अनुकरणीय और उपादेय बताया। डॉ लाल साहब सिंह की वधु डॉ माया सिंह ने कहा कि बाबू जी साहित्यिकए सामाजिक मूल्यों के साथ पारिवारिक मूल्यों में भी उच्च आदर्शों के पालक थे क्योंकि उनका मानना था कि परिवार में संस्कार की गंगोत्री से निकली अनुशासित आचरण की गंगधारा ही से समाज की बुराइयों के अंत हो सकता है। इस अवसर पर सुरेंद्र प्रताप सिंह पूर्व विधायक, डॉक्टर राजीव प्रकाश सिंह, डा. समर बहादुर सिंह, राघवेंद्र प्रताप सिंह, डॉ. प्रकाश सिंह, दुष्यंत सिंह प्रो. कीर्ति सिंह, पूर्व कुलपति पीएन सिंह, एवं तिलकधारी महाविद्यालय के स्टाफ के अलावा पूर्वांचल वि·िाद्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ विभिन्न जनपदों से आये शिक्षक उपस्थित रहे।
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