जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के उमानाथ सिंह अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के विश्वेश्वरैया सभागार में बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं के लिए तीन सप्ताह तक चलने वाले अभिप्रेरण कार्यक्रम की शुरुआत हुई। कार्यक्रम में एनआईटी सूरथकल कर्नाटक के प्रो. केवी गंगाधरन ने छात्रों को सफलता के अनेक गुर सिखाये। उन्होंने कहा कि छात्रों के जीवन में मानवीय मूल्यों की बहुत बड़ी भूमिका होती है। इस बात को आत्मसात करने आवश्यकता है। इस अवसर पर पूर्व कुलपति प्रो. पीसी पातंजलि व्यक्तित्व विकास पर विद्यार्थियों से बातचीत की।
इसके पूर्व उमानाथ सिंह अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान में टेकिप-3 कार्य कलापों के परफरमेंस ऑडिट के लिए एनआईटी सूरथकल कर्नाटक से प्रो. केवी गंगाधरन द्वारा ऑडिट के प्रथम दिन शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं टेकिप कोर टीम के सदस्यों से गहन विचार विमर्श किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में टेकिप-3 के संस्थान के समन्वयक प्रोफेसर बीबी तिवारी ने संस्थान की प्रगति आख्या एवं टेकिप-3 के कार्य-कलापों को प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डीन प्रोफेसर एके श्रीवास्तव ने स्वागत किया। प्रोफेसर गंगाधरन ने शिक्षकों, छात्र-छात्राओं से वार्ता कर टेकिप गतिविधियों की जानकारियां हासिल की।
ज्ञातव्य हो कि प्रो. गंगाधरन अपने इस त्रिदिवसीय दौरे में टेकिप के कार्यान्वयन के विविध आयामों पर जानकारी प्राप्त करेंगे। द्वितीय सत्र में प्रोफेसर गंगाधरन ने दस्तावेजों का अवलोकन किया तथा प्रगति पर संतुष्टि जाहिर की। प्रो. गंगाधरन ने प्रसन्नता व्यक्त किया कि संस्थान में प्लेसमेंट, वर्कशप, इंटर्नशिप, इंडस्ट्रियल विजिट, ट्रेनिंग आदि सराहनीय है। अंतिम दिन प्रो. गंगाधरन द्वारा संस्थान का भ्रमण, विभागाध्यक्षों से वार्ता एवं अपनी रिपोर्ट तैयार की जायेगी। इन समस्त गतिविधियों में प्रो. एके श्रीवास्तव, डॉ. रजनीश भास्कर, डॉ. संतोष कुमार, डॉ. सौरभ पाल, डॉ. संजीव गंगवार, डॉ. कमलेश पाल, डॉ. अमरेन्द्र सिंह समेत अन्य शिक्षक उपस्थित रहे।
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