जौनपुर। प्रमुख सचिव, दुग्ध विकास उ.प्र. शासन डा. सुधीर एम. बोबडे़ ने जिलाधिकारी अरविन्द मलप्पा के साथ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं थाना जलालपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्रमुख सचिव ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में साफ-सफाई, दवाइयों की उपलब्धता, जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों का भुगतान, डॉक्टरों की उपस्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को स्वास्थ्य केन्द्र की साफ-सफाई के निर्देश दिये। साथ ही कहा कि मरीजों को बाहर की दवाईयां न लिखी जाय। प्रमुख सचिव ने स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों से मिलकर उनका हालचाल पूछा तथा स्वास्थ्य केंद्र में मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के पश्चात प्रमुख सचिव ने थाना जलालपुर का निरीक्षण किया। उन्होंने समाधान दिवस रजिस्टर, त्योहार रजिस्टर, तामीला रजिस्टर आदि का अवलोकन किया। प्रमुख सचिव ने समाधान दिवस में आये फरियादियों का नाम, पता व मोबाइल नम्बर रजिस्टर में अंकित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि थाने आयी शिकायतों का शीघ्र व गुणवत्तापरक निस्तारण करें। संवेदनशील मामलों में विशेष ध्यान रखा जाय। प्रमुख सचिव ने उपजिलाधिकारी केराकत चन्द्रेश कुमार सिंह को जमीन के विवादों को शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिये।
इसके उपरान्त प्रमुख सचिव द्वारा नाबार्ड वित्त पोषित योजना मऊ-टउवां-पसेवा मार्ग के मईघाट पर गोमती नदी सेतु तथा बेलाव—पराऊगंज मार्ग के मडेहरी घाट पर गोमती नदी सेतु का निरीक्षण किया। प्रमुख सचिव ने दोनों परियोजनाओं की प्रगति की जानकारी प्राप्त की तथा इन्हे शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिये।
सहायक परियोजना प्रबन्धक आरएस विश्वकर्मा ने बताया कि उक्त परियोजनाओं का निर्माण सेतु निर्माण इकाई वाराणसी द्वारा कराया जा रहा है तथा नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित है। भडेहरी घाट व निर्माणाधीन सेतु की स्वीकृत लागत 785.03 लाख तथा लम्बाई 237.68 मी0 है। इसी प्रकार मई घाट पर निर्माणधीन सेतु की स्वीकृत लागत रु0 672.47 लाख तथा लम्बाई 209.43 मी0 है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गौरव वर्मा, उपजिलाधिकारी केराकत, डी.डी.ओ. दयाराम, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. विरेन्द्र सिंह, जिला क्षय रोग अधिकारी आर.के.सिंह, सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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