बदलापुर, जौनपुर। स्थानीय विकास खण्ड के कृष्णापुर ग्राम सभा के रामनीपुर गांव की एक महिला के द्वारा अपने पति का नाम बदलकर सरकारी आवास लेने का मामला प्रकाश में आया है। इतना ही नहीं फर्जी तरीके से राशन कार्ड बनवाकर लगातार सरकारी योजनाओं का लाभ ले रही है। इस बात की शिकायत छोटे लाल पुत्र भुलई ने डीएम को एक शिकायती पत्र देकर किया है।
उन्होंने बताया कि रामनीपुर गांव निवासी अवधा देवी पत्नी रामचरित्र उपाध्याय के इकलौते पुत्र प्रभाकर की पत्नी नीरजा उपाध्याय रामनीपुर प्राथमिक विद्यालय में सहायिका के पद पर तैनात है। प्रभाकर के चार बेटे क्रमशः धर्मेंद्र, नागेंद्र, जितेंद्र और सुरेंद्र है जो मुम्बई में रहकर नौकरी करते है। इनके पास पक्का मकान पूर्व से ही बना हुआ है तथा पम्पसेट भी है। इनके द्वारा गांव के प्रधान को मिलाकर फर्जी तरीके से अलग—अलग दो राशन कार्ड बनवा लिया।

पहला राशन कार्ड प्रभाकर अपनी पत्नी नीरजा उपाध्याय के नाम बनवाया जिसका क्रमांक 219441434558 है जिसमें नीरजा पत्नी प्रभाकर, प्रभाकर पुत्र रामचरित्रर, धर्मेंद्र पुत्र प्रभाकर, नागेंद्र पुत्र प्रभाकर, सुरेंद्र पुत्र प्रभाकर का नाम अंकित है।
वहीं दूसरे राशन कार्ड में प्रभाकर अपनी माँ अवधदेवी के पति का नाम बदल महंथलाल कर दूसरा राशन कार्ड क्रमांक 219441434518 बनवा लिया, जिसमें अवधदेवी पत्नी महंथलाल के साथ, दीक्षा पत्नी धर्मेंद्र, देव पुत्र धर्मेंद्र, रुद्र पुत्र जितेंद्र, सुरभि पुत्री धर्मेंद्र का नाम अंकित है।
छोटेलाल ने खण्ड विकास अधिकारी बदलापुर, जिलाधिकारी जौनपुर, मुख्यमंत्री को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि अवधा देवी इसी राशन कार्ड के आधार पर सरकारी अधिकारियों के आंख में धूल झोंककर सरकारी कालोनी ले लिया है। कालोनी को गांव से दूर सड़क के किनारे सिर्फ गांजा पीने के लिए स्थान बनवाया जा रहा है जो पूरी तरह से अवैध है, उक्त शातिर महिला व उसके पुत्र के द्वारा जिस तरह से फर्जीवाड़ा कर शासन प्रशासन को चुनौती दिया गया उसकी जांच होना जरूरी है। हालांकि इस प्रकरण में अधिकारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने बताया कि रामनीपुर गांव निवासी अवधा देवी पत्नी रामचरित्र उपाध्याय के इकलौते पुत्र प्रभाकर की पत्नी नीरजा उपाध्याय रामनीपुर प्राथमिक विद्यालय में सहायिका के पद पर तैनात है। प्रभाकर के चार बेटे क्रमशः धर्मेंद्र, नागेंद्र, जितेंद्र और सुरेंद्र है जो मुम्बई में रहकर नौकरी करते है। इनके पास पक्का मकान पूर्व से ही बना हुआ है तथा पम्पसेट भी है। इनके द्वारा गांव के प्रधान को मिलाकर फर्जी तरीके से अलग—अलग दो राशन कार्ड बनवा लिया।

पहला राशन कार्ड प्रभाकर अपनी पत्नी नीरजा उपाध्याय के नाम बनवाया जिसका क्रमांक 219441434558 है जिसमें नीरजा पत्नी प्रभाकर, प्रभाकर पुत्र रामचरित्रर, धर्मेंद्र पुत्र प्रभाकर, नागेंद्र पुत्र प्रभाकर, सुरेंद्र पुत्र प्रभाकर का नाम अंकित है।
वहीं दूसरे राशन कार्ड में प्रभाकर अपनी माँ अवधदेवी के पति का नाम बदल महंथलाल कर दूसरा राशन कार्ड क्रमांक 219441434518 बनवा लिया, जिसमें अवधदेवी पत्नी महंथलाल के साथ, दीक्षा पत्नी धर्मेंद्र, देव पुत्र धर्मेंद्र, रुद्र पुत्र जितेंद्र, सुरभि पुत्री धर्मेंद्र का नाम अंकित है।
छोटेलाल ने खण्ड विकास अधिकारी बदलापुर, जिलाधिकारी जौनपुर, मुख्यमंत्री को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया कि अवधा देवी इसी राशन कार्ड के आधार पर सरकारी अधिकारियों के आंख में धूल झोंककर सरकारी कालोनी ले लिया है। कालोनी को गांव से दूर सड़क के किनारे सिर्फ गांजा पीने के लिए स्थान बनवाया जा रहा है जो पूरी तरह से अवैध है, उक्त शातिर महिला व उसके पुत्र के द्वारा जिस तरह से फर्जीवाड़ा कर शासन प्रशासन को चुनौती दिया गया उसकी जांच होना जरूरी है। हालांकि इस प्रकरण में अधिकारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता।
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