जौनपुर। इंटरनेशनल एकेडमी ऑफ साइंस एंड रिसर्च कोलकाता, बोटेनिकल सर्वे ऑफ इंडिया एवं बीपीएस इलाहाबाद द्वारा आयोजित इंटरनेशनल सेमिनार रीसेंट ट्रेंड्स इन एग्रीकल्चर, बायोडायवर्सिटी एंड सोशल सस्टेनेबिलिटी (एबीएसएस 2018) 29 एवं 30 सितंबर को बोटैनिकल सर्वे ऑफ इंडिया इलाहाबाद के ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ। सेमिनार में राज कालेज जौनपुर के डॉ. मनोज कुमार वत्स को प्रकृति, पर्यावरण, स्वास्थ्य और सामाजिक जागरुक के अंतर्गत सोशल एनवायरनमेंटिलिस्ट अवार्ड तथा टीडी कालेज के डॉ. देवव्रत मिश्र 'देव' को विज्ञान में नवाचारों के प्रयोग पर इन्नोवेटिव फैकल्टी अवार्ड उच्च न्यायालय इलाहाबाद के न्यायाधीश सिद्धार्थ वर्मा, आईएएस आरके प्रेसीडेंट डॉ. तृदीब बंदोपध्याय एवं बोटेनिकल सर्वे ऑफ इंडिया इलाहाबाद के निदेशक डॉ. जीपी सिन्हा द्वारा दिया गया।
डॉ. मनोज वत्स ने अपने शोध पत्र 'मॉडर्न टेक्नोलॉजीस सेट न्यू नॉरम्स फ़ॉर ह्यूमन लाइव्स" प्रस्तुत किया जिसमें यह बताया कि वर्तमान समय आधुनिक तकनीक का है जो की मानव के व्यवहार एवं काम करने की क्षमता को बढ़ाता है। मानव बगैर तकनीक के नहीं रह सकता, पहले जिस काम को करने में कई दिन लगते थे, वो अब नवीन तकनीक के माध्यम से कुछ क्षण में पूरे हो जा रहे हैं।
डॉ. देवव्रत मिश्र ने अपने शोध पत्र में आधुनिक जीवन शैली के कारण होने वाले तनाव से बचने के लिए एंटी आक्सीडेंट की उपयोगिता पर व्याख्यान दिया।
डॉ. मनोज वत्स ने अपने शोध पत्र 'मॉडर्न टेक्नोलॉजीस सेट न्यू नॉरम्स फ़ॉर ह्यूमन लाइव्स" प्रस्तुत किया जिसमें यह बताया कि वर्तमान समय आधुनिक तकनीक का है जो की मानव के व्यवहार एवं काम करने की क्षमता को बढ़ाता है। मानव बगैर तकनीक के नहीं रह सकता, पहले जिस काम को करने में कई दिन लगते थे, वो अब नवीन तकनीक के माध्यम से कुछ क्षण में पूरे हो जा रहे हैं।
डॉ. देवव्रत मिश्र ने अपने शोध पत्र में आधुनिक जीवन शैली के कारण होने वाले तनाव से बचने के लिए एंटी आक्सीडेंट की उपयोगिता पर व्याख्यान दिया।
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