Jaunpur Live News Network
जौनपुर लाइव न्यूज नेटवर्क
जौनपुर। देश और दुनियां में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुकी भारत की प्राचीनतम विधा योग उच्च कोटि की साधना पद्धति के साथ प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों का भी एक सशक्त माध्यम जिसके नियमित और निरन्तर अभ्यासों से न केवल साध्य बल्कि असाध्य बिमारियों से भी धीरे-धीरे छुटकारा प्राप्त हो जाता है।
उक्त बातें योग गुरु बाबा रामदेव जी के मंशानुरूप स्वस्थ और खुशहाल जौनपुर के तहत पच्चीस स्थानों पर एक साथ आयोजित हो रहे विशेष पच्चीस दिवसीय योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर की तैयारियों का जायजा लेते हुए प्रान्तीय प्रभारी आचार्य संजीव आचार्य जी के द्वारा कही गई।
![Jaunpur Live : डॉ. संजय श्रीवास्तव बनाये गये प्रान्तीय विश्वविद्यालय प्रभारी Jaunpur Live : डॉ. संजय श्रीवास्तव बनाये गये प्रान्तीय विश्वविद्यालय प्रभारी](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgonnqAfUaRoWPLXAK3ruQUix6XFEZ1b8pWnYlqg8B48ThoCn8Fru_nGAqtrIO1oYSn-vnJ5SxhnyuclvsiJGQTHeCBWV-nHIBAFxSNthjML6BsIawM5yhrhPbySagpuNk8NuZ8hE-FHT4/s320-rw/IMG-20181103-WA0019.jpg)
शनिवार की प्रातः कालीन सत्र में कलेक्ट्रेट स्थित योगस्थली में साधकों को योगाभ्यास कराते हुए आचार्य जी के द्वारा योग के क्रियात्मक एवं सैद्धांतिक पक्षों का प्रशिक्षण देते हुए बताया गया कि योगाभ्यास आज के युग का एक ऐसा माध्यम बन गया है जिसका प्रभाव समाज के सभी उम्र के लोगों पर स्पष्ट रूप से पड़ता हुआ दिख रहा है। इसी बीच पूर्वांचल विश्वविद्यालय में कार्यरत डॉ. संजय श्रीवास्तव को विश्वविद्यालय स्तर पर योग के प्रचार-प्रसार के लिए पतंजलि योगपीठ की विशेष अनुशंसा पर आचार्य संजीव जी के द्वारा प्रान्तीय विश्वविद्यालय प्रभारी का दायित्व दिया गया है।
![Jaunpur : प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों का सशक्त माध्यम है योग : आचार्य संजीव Jaunpur : प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों का सशक्त माध्यम है योग : आचार्य संजीव](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgXU9sa0s5BD58WIII4p7Ej8Ir6YvdCfMbRCsyN0ZtWY4leky4fZyLK1R58cTWKvl9evDf9jM7DeMGvRJ4kOclD_8Gza1wkfLJKnJJmi284yY3VpPhqRP0lmY2iMBzOGha_k0harNyvDQE/s320-rw/20181103_072455.jpg)
इस मौके पर भारत स्वाभिमान के प्रान्तीय सह प्रभारी दुर्गेश जी, शशिभूषण, डॉ. हेमंत, शिवपूजन सहित अन्य साधक उपस्थित रहे।
जौनपुर लाइव न्यूज नेटवर्क
जौनपुर। देश और दुनियां में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुकी भारत की प्राचीनतम विधा योग उच्च कोटि की साधना पद्धति के साथ प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों का भी एक सशक्त माध्यम जिसके नियमित और निरन्तर अभ्यासों से न केवल साध्य बल्कि असाध्य बिमारियों से भी धीरे-धीरे छुटकारा प्राप्त हो जाता है।
उक्त बातें योग गुरु बाबा रामदेव जी के मंशानुरूप स्वस्थ और खुशहाल जौनपुर के तहत पच्चीस स्थानों पर एक साथ आयोजित हो रहे विशेष पच्चीस दिवसीय योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर की तैयारियों का जायजा लेते हुए प्रान्तीय प्रभारी आचार्य संजीव आचार्य जी के द्वारा कही गई।
![Jaunpur Live : डॉ. संजय श्रीवास्तव बनाये गये प्रान्तीय विश्वविद्यालय प्रभारी Jaunpur Live : डॉ. संजय श्रीवास्तव बनाये गये प्रान्तीय विश्वविद्यालय प्रभारी](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgonnqAfUaRoWPLXAK3ruQUix6XFEZ1b8pWnYlqg8B48ThoCn8Fru_nGAqtrIO1oYSn-vnJ5SxhnyuclvsiJGQTHeCBWV-nHIBAFxSNthjML6BsIawM5yhrhPbySagpuNk8NuZ8hE-FHT4/s320-rw/IMG-20181103-WA0019.jpg)
शनिवार की प्रातः कालीन सत्र में कलेक्ट्रेट स्थित योगस्थली में साधकों को योगाभ्यास कराते हुए आचार्य जी के द्वारा योग के क्रियात्मक एवं सैद्धांतिक पक्षों का प्रशिक्षण देते हुए बताया गया कि योगाभ्यास आज के युग का एक ऐसा माध्यम बन गया है जिसका प्रभाव समाज के सभी उम्र के लोगों पर स्पष्ट रूप से पड़ता हुआ दिख रहा है। इसी बीच पूर्वांचल विश्वविद्यालय में कार्यरत डॉ. संजय श्रीवास्तव को विश्वविद्यालय स्तर पर योग के प्रचार-प्रसार के लिए पतंजलि योगपीठ की विशेष अनुशंसा पर आचार्य संजीव जी के द्वारा प्रान्तीय विश्वविद्यालय प्रभारी का दायित्व दिया गया है।
![Jaunpur : प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों का सशक्त माध्यम है योग : आचार्य संजीव Jaunpur : प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों का सशक्त माध्यम है योग : आचार्य संजीव](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgXU9sa0s5BD58WIII4p7Ej8Ir6YvdCfMbRCsyN0ZtWY4leky4fZyLK1R58cTWKvl9evDf9jM7DeMGvRJ4kOclD_8Gza1wkfLJKnJJmi284yY3VpPhqRP0lmY2iMBzOGha_k0harNyvDQE/s320-rw/20181103_072455.jpg)
इस मौके पर भारत स्वाभिमान के प्रान्तीय सह प्रभारी दुर्गेश जी, शशिभूषण, डॉ. हेमंत, शिवपूजन सहित अन्य साधक उपस्थित रहे।
0 Comments