Jaunpur Live News Network
जौनपुर लाइव न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली। केंद्रीय और राज्य एजेंसियों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत की जान के खतरे को लेकर एक सुरक्षा ऑडिट किया है। उनकी सिक्योरिटी को राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के ब्लैक कैट कमांडो के साथ अपग्रेड करने की सिफारिश की गई है। ज्ञात हो कि भागवत को वर्तमान में जेड-प्लस सुरक्षा कवर प्राप्त है, जोकि एसपीजी और एनएसजी के बाद तीसरी उच्चतम सुरक्षा है। इसमें 60 से अधिक सीआईएसएफ कमांडो उनकी सुरक्षा में चौबीस घंटे तैनात रहते हैं।
साउथ ब्लॉक के अधिकारियों के अनुसार वे अभी भी इन रिपोर्टों का मूल्यांकन कर रहे थे और भागवत की सुरक्षा पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। अधिकारियों ने ऐसे उदाहरणों की ओर इशारा किया जब राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हाल के चुनावों के दौरान भागवत की सुरक्षा का उल्लंघन हुआ था। ऐसा माना जाता है कि खतरे का आकलन भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट के भारत में मॉड्यूल द्वारा कथित साजिश का विश्लेषण करके किया गया है, विशेष रूप से आरएसएस और भाजपा के लोगों के खिलाफ हमले करते हैं।
खास बात ये भी है कि एनआईए ने हाल ही में दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 10 युवाओं को गिरफ्तार किया था। इससे पहले पिछले साल पंजाब में कांग्रेस सरकार ने राज्य में आरएसएस नेताओं की हत्याओं को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान स्थित आईएसआई द्वारा एक कथित साजिश का खुलासा किया था। 2017 में लुधियाना में दो अज्ञात मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने 60 साल के आरएसएस नेता रविंदर गोसाई की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इससे पहले, आरएसएस नेता ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा (टीटीडी) को जालंधर में गोली मार दी गई थी, जिनकी लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई थी।
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नई दिल्ली। केंद्रीय और राज्य एजेंसियों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत की जान के खतरे को लेकर एक सुरक्षा ऑडिट किया है। उनकी सिक्योरिटी को राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के ब्लैक कैट कमांडो के साथ अपग्रेड करने की सिफारिश की गई है। ज्ञात हो कि भागवत को वर्तमान में जेड-प्लस सुरक्षा कवर प्राप्त है, जोकि एसपीजी और एनएसजी के बाद तीसरी उच्चतम सुरक्षा है। इसमें 60 से अधिक सीआईएसएफ कमांडो उनकी सुरक्षा में चौबीस घंटे तैनात रहते हैं।
साउथ ब्लॉक के अधिकारियों के अनुसार वे अभी भी इन रिपोर्टों का मूल्यांकन कर रहे थे और भागवत की सुरक्षा पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। अधिकारियों ने ऐसे उदाहरणों की ओर इशारा किया जब राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हाल के चुनावों के दौरान भागवत की सुरक्षा का उल्लंघन हुआ था। ऐसा माना जाता है कि खतरे का आकलन भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट के भारत में मॉड्यूल द्वारा कथित साजिश का विश्लेषण करके किया गया है, विशेष रूप से आरएसएस और भाजपा के लोगों के खिलाफ हमले करते हैं।
खास बात ये भी है कि एनआईए ने हाल ही में दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 10 युवाओं को गिरफ्तार किया था। इससे पहले पिछले साल पंजाब में कांग्रेस सरकार ने राज्य में आरएसएस नेताओं की हत्याओं को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान स्थित आईएसआई द्वारा एक कथित साजिश का खुलासा किया था। 2017 में लुधियाना में दो अज्ञात मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने 60 साल के आरएसएस नेता रविंदर गोसाई की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इससे पहले, आरएसएस नेता ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा (टीटीडी) को जालंधर में गोली मार दी गई थी, जिनकी लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई थी।



