Jaunpur Live News Network
जौनपुर लाइव न्यूज नेटवर्क
कुटीर संस्थान का मनाया गया 82वां संस्थापन दिवस
जलालपुर, जौनपुर। कुटीर संस्थान का 82वां संस्थापन दिवस व श्री गीता जयंती समारोह एवं अवकाश प्राप्त शिक्षक कर्मचारी सम्मान समारोह का भव्य आयोजन मंगलवार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित अभयजीत दुबे स्मृति सभागार चक्के में बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में जगतगुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय चित्रकूट के कुलपति पंडित योगेश चंद्र दुबे ने कहा कि कुटीर संस्थान की सभी इकाइयां भारतीय शैक्षिक परंपराओं का निर्वहन कर रही है जो की अभूतपूर्व है। आज शिक्षा जगत में सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों का देश की तमाम संस्थानों में कमी होती जा रही है वहीं मौजूद तमाम संस्थाएं धनोपार्जन का जरिया बनता चला जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि श्रीमद्भागवत गीता संपूर्ण मानव जाति के लिए उसके जीवन को संगठित व व्यवस्थित करने की एक मात्र विधा है। महाविद्यालय की अद्भुत व्यवस्था को देखकर प्रबंधक डॉ. अजयेन्द्र कुमार दुबे को साधुवाद दिया।
अगले क्रम में मुख्य वक्ता कुलपति श्री दुबे ने महाविद्यालय के सर्वोत्कृष्ट छात्र एवं छात्राओं को मेडल व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। वहीं सेवानिवृत्त कर्मचारियों को अंगवस्त्रम् व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जिसमें प्रमुख रूप से पूर्व प्रधानाचार्य हरीश प्रसाद शुक्ल, डॉ. विजय कुमार मौर्य, डॉ. राम नारायण मिश्र, डॉ. चंद्रबली पाल, डॉ. मीरा ओझा, डॉ. अशोक कुमार पाण्डेय, डॉ. तेज सिंह पाल, डॉ. नागेंद्र, राजनाथ पांडेय, पूर्व प्रधानाचार्य श्रीमती इंदु देवी, श्रीमती देवराजी देवी, समर बहादुर मिश्र, प्यारेलाल मौर्य, लालता राम, किशोर यादव सम्मानित हुए। महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. श्याम नारायण मिश्र ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य का जीवन छोटी-छोटी घटनाओं से मिलकर बनता है मनुष्य परिस्थितियों का दास नहीं होता वह निर्माता होता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार पंडित चंद्रेश मिश्र ने की। प्रोफेसर डॉ. कमलधारी सिंह ने गीता के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. राजेश मिश्रा पूर्व सांसद वाराणसी ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। प्रबंधक डॉ. अजयेन्द्र कुमार दुबे ने श्रीमद्भागवत गीता की उपादेयता को छात्र एवं छात्राओं को बताते हुए पूज्य संस्थापक जी को नमन करते हुए कहा कि मनुष्य अपने कर्मों से आगे बढ़ता है चाहे वह छात्र हो या शिक्षक। डॉ. विजय नारायण पांडेय ने आए हुए अतिथियों का स्वागत एवं आभार प्रकट किया। विद्यालय की तरफ से नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगाया गया जिसमें डॉ. एसएन तिवारी, पंकज मिश्र के नेतृत्व में रुधिर परीक्षण एवं रुधिर वर्ग का जांच किया गया। संगीत मूर्धन्य सुधांशु पांडे व अर्चना बेदी ने सरस्वती वंदना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर डॉ. दिवाकर मिश्र, पंडित श्री भूषण मिश्र, कुंवर भारत सिंह, चंद्रदेव मिश्र, डॉ. नूर आलम, पूर्व ब्लॉक प्रमुख वंश गोपाल सिंह, प्रबंधक सभाजीत यादव, डॉ. राघवेंद्र पांडेय, डॉ. चित्रसेन डॉ. अमरेश, डॉ. कृष्णदेव समेत कुटीर संस्थान के कर्मचारी, अध्यापक मौजूद रहे। संचालन मेजर रमेशमणि त्रिपाठी ने किया।
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कुटीर संस्थान का मनाया गया 82वां संस्थापन दिवस
जलालपुर, जौनपुर। कुटीर संस्थान का 82वां संस्थापन दिवस व श्री गीता जयंती समारोह एवं अवकाश प्राप्त शिक्षक कर्मचारी सम्मान समारोह का भव्य आयोजन मंगलवार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित अभयजीत दुबे स्मृति सभागार चक्के में बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में जगतगुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय चित्रकूट के कुलपति पंडित योगेश चंद्र दुबे ने कहा कि कुटीर संस्थान की सभी इकाइयां भारतीय शैक्षिक परंपराओं का निर्वहन कर रही है जो की अभूतपूर्व है। आज शिक्षा जगत में सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों का देश की तमाम संस्थानों में कमी होती जा रही है वहीं मौजूद तमाम संस्थाएं धनोपार्जन का जरिया बनता चला जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि श्रीमद्भागवत गीता संपूर्ण मानव जाति के लिए उसके जीवन को संगठित व व्यवस्थित करने की एक मात्र विधा है। महाविद्यालय की अद्भुत व्यवस्था को देखकर प्रबंधक डॉ. अजयेन्द्र कुमार दुबे को साधुवाद दिया।
अगले क्रम में मुख्य वक्ता कुलपति श्री दुबे ने महाविद्यालय के सर्वोत्कृष्ट छात्र एवं छात्राओं को मेडल व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। वहीं सेवानिवृत्त कर्मचारियों को अंगवस्त्रम् व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जिसमें प्रमुख रूप से पूर्व प्रधानाचार्य हरीश प्रसाद शुक्ल, डॉ. विजय कुमार मौर्य, डॉ. राम नारायण मिश्र, डॉ. चंद्रबली पाल, डॉ. मीरा ओझा, डॉ. अशोक कुमार पाण्डेय, डॉ. तेज सिंह पाल, डॉ. नागेंद्र, राजनाथ पांडेय, पूर्व प्रधानाचार्य श्रीमती इंदु देवी, श्रीमती देवराजी देवी, समर बहादुर मिश्र, प्यारेलाल मौर्य, लालता राम, किशोर यादव सम्मानित हुए। महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. श्याम नारायण मिश्र ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य का जीवन छोटी-छोटी घटनाओं से मिलकर बनता है मनुष्य परिस्थितियों का दास नहीं होता वह निर्माता होता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार पंडित चंद्रेश मिश्र ने की। प्रोफेसर डॉ. कमलधारी सिंह ने गीता के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. राजेश मिश्रा पूर्व सांसद वाराणसी ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। प्रबंधक डॉ. अजयेन्द्र कुमार दुबे ने श्रीमद्भागवत गीता की उपादेयता को छात्र एवं छात्राओं को बताते हुए पूज्य संस्थापक जी को नमन करते हुए कहा कि मनुष्य अपने कर्मों से आगे बढ़ता है चाहे वह छात्र हो या शिक्षक। डॉ. विजय नारायण पांडेय ने आए हुए अतिथियों का स्वागत एवं आभार प्रकट किया। विद्यालय की तरफ से नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगाया गया जिसमें डॉ. एसएन तिवारी, पंकज मिश्र के नेतृत्व में रुधिर परीक्षण एवं रुधिर वर्ग का जांच किया गया। संगीत मूर्धन्य सुधांशु पांडे व अर्चना बेदी ने सरस्वती वंदना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर डॉ. दिवाकर मिश्र, पंडित श्री भूषण मिश्र, कुंवर भारत सिंह, चंद्रदेव मिश्र, डॉ. नूर आलम, पूर्व ब्लॉक प्रमुख वंश गोपाल सिंह, प्रबंधक सभाजीत यादव, डॉ. राघवेंद्र पांडेय, डॉ. चित्रसेन डॉ. अमरेश, डॉ. कृष्णदेव समेत कुटीर संस्थान के कर्मचारी, अध्यापक मौजूद रहे। संचालन मेजर रमेशमणि त्रिपाठी ने किया।
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