Jaunpur Live News Network
जौनपुर लाइव न्यूज नेटवर्क
जलालपुर, जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के बनपुरवा गांव में सोमवार की सुबह आक्रोशित किसानों ने घूम रहे आवारा छुट्टा पशुओं को पकड़कर गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में बंद कर दिया। स्कूल पहुंचे प्रधानाध्यापक अजीत प्रताप सिंह ने इसकी सूचना स्थानीय थाने सहित उच्चाधिकारियों को देने के बाद विद्यालय बंद कर दिया। सोमवार की सुबह अजय यादव तथा बांकेलाल के नेतृत्व में दर्जनों ग्रामीणों ने लाठी डंडे से लैस होकर 52 छुट्टा पशुओं को घेरकर विद्यालय परिसर में घुसा कर ताला बंद कर दिया। ग्रामीणों ने जिसकी सूचना रविवार को ही प्रशासन को दे दिया था। सोमवार की सुबह जब शिक्षक शिक्षार्थी विद्यालय पहुंचे तो गेट पर प्रदर्शनकारी किसानों का हुजूम देख तथा विद्यालय परिसर में विचरण कर रहे पशुओं के झुण्ड देख आश्चर्यचकित हो गये। सूचना पाते ही थाना प्रभारी देवतानन्द सिंह मय फोर्स मौके पर पहुंचकर समझाने बुझाने का प्रयास करने लगे लाख प्रयास करने बावजूद आक्रोशित किसान किसी कीमत पर मानने को तैयार नहीं थे। सूचना पर पहुंचे उपजिलाधिकारी केराकत में भी मौके पर पहुंचकर समझाने बुझाने का प्रयास करने लगे लेकिन आक्रोशित किसानों का कहना था कि आवारा छुट्टा पशु इन दिनों किसानों के लिए समस्या बने हुए है। कमरतोड़ महंगाई में हमारी फसलों को आवारा पशु एक ही रात में बर्बाद कर दे रहे है। ऐसे में किसान भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएगा। जब तक सरकार छुट्टा आवारा पशुओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं करती है तब तक इन पशुओं को स्कूल में ही बंद रखा जाएगा। लाख समझाने बुझाने के बावजूद भी आक्रोशित किसानों ने ताला नहीं खोला। घंटों इंतजार के बाद स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे अपने घर चले गये खबर लिखे जाने तक किसानों ने गोशाला भेजने की अपनी जिद पर अड़े रहे।
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जलालपुर, जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के बनपुरवा गांव में सोमवार की सुबह आक्रोशित किसानों ने घूम रहे आवारा छुट्टा पशुओं को पकड़कर गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में बंद कर दिया। स्कूल पहुंचे प्रधानाध्यापक अजीत प्रताप सिंह ने इसकी सूचना स्थानीय थाने सहित उच्चाधिकारियों को देने के बाद विद्यालय बंद कर दिया। सोमवार की सुबह अजय यादव तथा बांकेलाल के नेतृत्व में दर्जनों ग्रामीणों ने लाठी डंडे से लैस होकर 52 छुट्टा पशुओं को घेरकर विद्यालय परिसर में घुसा कर ताला बंद कर दिया। ग्रामीणों ने जिसकी सूचना रविवार को ही प्रशासन को दे दिया था। सोमवार की सुबह जब शिक्षक शिक्षार्थी विद्यालय पहुंचे तो गेट पर प्रदर्शनकारी किसानों का हुजूम देख तथा विद्यालय परिसर में विचरण कर रहे पशुओं के झुण्ड देख आश्चर्यचकित हो गये। सूचना पाते ही थाना प्रभारी देवतानन्द सिंह मय फोर्स मौके पर पहुंचकर समझाने बुझाने का प्रयास करने लगे लाख प्रयास करने बावजूद आक्रोशित किसान किसी कीमत पर मानने को तैयार नहीं थे। सूचना पर पहुंचे उपजिलाधिकारी केराकत में भी मौके पर पहुंचकर समझाने बुझाने का प्रयास करने लगे लेकिन आक्रोशित किसानों का कहना था कि आवारा छुट्टा पशु इन दिनों किसानों के लिए समस्या बने हुए है। कमरतोड़ महंगाई में हमारी फसलों को आवारा पशु एक ही रात में बर्बाद कर दे रहे है। ऐसे में किसान भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएगा। जब तक सरकार छुट्टा आवारा पशुओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं करती है तब तक इन पशुओं को स्कूल में ही बंद रखा जाएगा। लाख समझाने बुझाने के बावजूद भी आक्रोशित किसानों ने ताला नहीं खोला। घंटों इंतजार के बाद स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे अपने घर चले गये खबर लिखे जाने तक किसानों ने गोशाला भेजने की अपनी जिद पर अड़े रहे।
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