Jaunpur Live News Network
जौनपुर लाइव न्यूज नेटवर्क
नाराज बच्चों ने कहा- भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी प्रक्रिया
जौनपुर। नगर के मोहम्मद हसन स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्र सुमित सिंह, रोशनी जायसवाल, मोहम्मद तालिब, दीपक मौर्या, प्रतीक्षा यादव ने दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस परेड में स्वयंसेवकों के चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि वे मध्य क्षेत्र उत्तर प्रदेश के स्वयंसेवक प्रतीक मिश्रा के साथ हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार मुक्त भारत की शुरूआत की है, क्योंकि हम लोग भी मध्य क्षेत्र के स्वयंसेवक हैं। हम लोगों ने भी पूर्व गणतंत्र दिवस शिविर परेड में भाग लिया था जहां हुये गलत चयन प्रक्रिया का प्रत्यक्ष गवाह भी हैं। हमारी चयन प्रक्रिया पूर्णतया असंगत व अनैतिक थी। दिल्ली परेड के लिये जिनका चयन हुआ है, वह अनैतिक व अनुचित है। हमारे द्वारा किये गये प्रदर्शन के अंक हमें नहीं बताये गये और चयन कर लिये गये। हमारे पास कोई औपचारिक व कानूनी सूची ही नहीं है। हमें प्राप्त हुई एक पीडीएफ के माध्यम से इतना बड़ा निर्णय भेजना सही नहीं है, क्योंकि पीडीएफ में छेड़छाड़ आसानी से की जा सकती है। हमें भारत सरकार का कोई संवैधानिक पत्र प्राप्त नहीं हुआ। इतने बड़े स्तर का चयन एक पीडीएफ के माध्यम से प्रदर्शित करना उचित नहीं है जिसमें हर वर्ष छेड़छाड़ की जाती है। उपरोक्त छात्र-छात्राओं का कहना है कि वे इस चयन प्रक्रिया से पूर्णतया असंतुष्ट हैं। सभी ने भारत सरकार से मांग किया कि उनके साथ न्याय किया जाय।
जौनपुर लाइव न्यूज नेटवर्क
नाराज बच्चों ने कहा- भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी प्रक्रिया
जौनपुर। नगर के मोहम्मद हसन स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्र सुमित सिंह, रोशनी जायसवाल, मोहम्मद तालिब, दीपक मौर्या, प्रतीक्षा यादव ने दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस परेड में स्वयंसेवकों के चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि वे मध्य क्षेत्र उत्तर प्रदेश के स्वयंसेवक प्रतीक मिश्रा के साथ हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार मुक्त भारत की शुरूआत की है, क्योंकि हम लोग भी मध्य क्षेत्र के स्वयंसेवक हैं। हम लोगों ने भी पूर्व गणतंत्र दिवस शिविर परेड में भाग लिया था जहां हुये गलत चयन प्रक्रिया का प्रत्यक्ष गवाह भी हैं। हमारी चयन प्रक्रिया पूर्णतया असंगत व अनैतिक थी। दिल्ली परेड के लिये जिनका चयन हुआ है, वह अनैतिक व अनुचित है। हमारे द्वारा किये गये प्रदर्शन के अंक हमें नहीं बताये गये और चयन कर लिये गये। हमारे पास कोई औपचारिक व कानूनी सूची ही नहीं है। हमें प्राप्त हुई एक पीडीएफ के माध्यम से इतना बड़ा निर्णय भेजना सही नहीं है, क्योंकि पीडीएफ में छेड़छाड़ आसानी से की जा सकती है। हमें भारत सरकार का कोई संवैधानिक पत्र प्राप्त नहीं हुआ। इतने बड़े स्तर का चयन एक पीडीएफ के माध्यम से प्रदर्शित करना उचित नहीं है जिसमें हर वर्ष छेड़छाड़ की जाती है। उपरोक्त छात्र-छात्राओं का कहना है कि वे इस चयन प्रक्रिया से पूर्णतया असंतुष्ट हैं। सभी ने भारत सरकार से मांग किया कि उनके साथ न्याय किया जाय।
Tags
Jaunpur