Jaunpur Live :देशव्यापी हड़ताल पर रहे कर्मचारी, काम काज रहा ठप



Jaunpur Live News Network
जौनपुर लाइव न्यूज नेटवर्क
जौनपुर। केंद्र सरकार की जनविरोधी एवं मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ अखिल भारतीय स्तर पर केंद्रीय श्रम संगठनों, कर्मचारी संगठनों एवं औद्योगिक फेडरेशनों के संयुक्त आह्वान पर 28 सितम्बर 2018 को देश की राजधानी दिल्ली में यह तय किया गया कि 5 सितम्बर 2018 के दिल्ली धरने के बाद भी केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों में कोई बदलाव नहीं आ रहा है। मजदूर कर्मचारी दिन-प्रतिदिन सरकार की नीतियों द्वारा शोषण का शिकार हो रहे हैं। तय किया गया कि मजदूर कर्मचारी की 12 सूत्रीय मांगों को लेकर के वर्ष-2019 के शुरूआत में ही 2008-09 जनवरी 2019 को सभी कर्मचारी चाहे वो राज्य के हो या केन्द्र के हो, संगठित हो या असंगठित हो। देशव्यापी दो दिन आम हड़ताल पर रहेंगे।


मुख्य रूप से राजकीय कर्मचारियों का सातवें वेतन आयोग में न्यूनतम वेतन 26,000 किया जाय, दिनांक 25.10.2018 का चिकित्सा प्रतिपूर्ति का शासनादेश वापस लिया जाय, मानदेय कर्मियों का न्यूनतम वेतन 18000 किया जाय। श्रम कानूनों को मालिकों के पक्ष में संशोधन बंद किया जाय। सभी सरकारी रिक्त पदों पर भर्तियां सुनिश्चित कराया जाय, सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल किया जाय, 12 मासी कामों में ठेका प्रथा बंद हो, सभी संविदाकर्मी को जल्द नियमित कर्मी घोषित किया जाय। इन मांगों सहित 12 मांगों के समर्थन में जनपद के श्रमिक संगठन एवं कर्मचारी संगठनों की आयोजन समिति द्वारा 08-09 जनवरी 2019 को आम हड़ताल का आयोजन संयुक्त रुप से किया गया। 08 जनवरी सुबह से ही कलेक्ट्रेट परिसर में विशाल धरने का आयोजन किया गया जो 09 जनवरी अपरान्ह बाद समाप्त होगा। भिन्न-भिन्न संगठनों द्वारा केंद्र सरकार, राज्य सरकार, जिला प्रशासन को मांगों के समर्थन में मांग-पत्र दिया गया।
धरने में वक्ताओं ने सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के बारे में चर्चा करते हुए यह भी कहा कि यदि सरकार शोषण के रास्ते को बंद नहीं किया तो आने वाले समय में संयुक्त कार्यक्रमों की अधिकता होगी जो कि मौजूदा सरकार के लिए हानिकारक सिद्ध होगी और जवाहदेही भी सरकार की होगी। सभा में मुख्य रूप से राज्य कर्मचारी महासंघ के समस्त घटक संघ, बैंकों के संगठन, डाकघर, बीएसएनएल आंगनबाड़ी संघ, बीमा, विद्युत विभाग, आशा, पीआरडी आदि संगठनों के सदस्य हड़ताल पर रहकर धरने में सम्मिलित रहे। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद अपना नैतिक समर्थन देते हुए धरने को सफल कराया। केन्द्रीय ट्रेड यूनियन की ओर से सीटू, एटक सहित अन्य लोगों के आम हड़ताल को सफल बनाने के लिए अपना सहयोग दिया।
वक्ताओं में अजय सिंह, राकेश श्रीवास्तव, अशोक यादव, अरविन्द यादव, रामकेश यादव, सुजीत सिंह, पारसनाथ यादव, संजय चौधरी, शिव कुमार यादव, अखिलेश उपाध्याय, प्रेमधर उपाध्याय, अच्छेलाल पाल, प्रमोद पाठक, सुनील राव, रामआसरे यादव, सीबी सिंह, चन्द्रशेखर सिंह, अशोक कुमार, बाबी आजाद, अश्वनी श्रीवास्तव, आरपी सिंह, राजेश रावत, विजय प्रताप सिंह, जयप्रकाश सिंह कामरेड, प्रवीण कुमार शुक्ला, रविशंकर मौर्य, किरन शंकर रघुवंशी, शशि यादव, डॉ. सुरेश चन्द्र, कल्लू कामरेड, काजिम रजा, रूपेन्द्र अस्थाना आदि लोग उपस्थित रहे।
संचालन उप्र राज्य कर्मचारी महासंघ के महामंत्री एवं उत्तर प्रदेश ग्राम पंचायत राज्य सफाई कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष संजय कुमार चौधरी एवम् नीरज श्रीवास्तव ने संयुक्त रुप से किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संयुक्त रुप से उप्र राज्य कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह बब्बू, निखिलेश सिंह, शम्भूनाथ जायसवाल, अजय चौरसिया एवं राजेंद्र यादव ने किया। यह जानकारी महामंत्री उ.प्र. राज्य कर्मचारी महासंघ संजय कुमार चौधरी ने दिया है।



और नया पुराने

Contact us for News & Advertisement

Profile Picture

Ms. Kshama Singh

Founder / Editor

Mo. 9324074534