सिकरारा, जौनपुर। स्थानीय क्षेत्र के सुदूरवर्ती सोनपुरा गांव सहित क्षेत्र के अगल-बगल सहित दर्जनों गांव में तेंदुए का आतंक अभी भी व्याप्त है क्योंकि वन विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही से अभी भी हिंसक जानवर तेंदुआ पकड़ में नही आ सका है।
बताते चलें कि विगत रविवार की सुबह 8 बजे सरसों के खेत में छिपे तेंदुए ने एक ग्रामीण पर हमला कर दिया था। जिसकी चीख-पुकार सुनकर मौके पर ग्रामीण पहुंचे तो तेंदुआ भाग चुका था। सूचना पाकर वन विभाग की टीम भी पहुंच गई। सरसों के खेत की तलाशी लेने के बाद टीम जंगल की तरफ गई, साथ में ग्रामीण भी गए टीम के सामने ही जंगल में खोज रहे ग्रामीणों के ऊपर तेंदुए ने हमला करके तीन लोगों को घायल कर दिया। जिससे यह साफ जाहिर हो गया कि हिंसक जानवर तेंदुआ इसी जंगल में है।
इतना जानने के बावजूद भी वन विभाग के कर्मचारियों ने तेज आवाज वाले कई पटाखे दाग दिए। इसका मतलब यह हुआ कि तेज आवाज सुनकर तेंदुआ वहां से किसी रास्ते से ककोहिया जंगल की तरफ भाग गया। इधर ग्रामीणों में इतना अधिक भय व्याप्त हो गया कि शाम होते ही लोग अपने-अपने घरों में दुबकने के लिए मजबूर हो जा रहे हैं। उधर वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों को आश्वासन देकर वापस लौट गई लेकिन टीम की समझ में यह क्यों नहीं आया कि आखिर यह ग्रामीण इलाका है, तेंदुआ भागकर जाएगा कहां? वह अंधेरे में कहीं आस—पास ही छिपा होगा। फिर भी टीम ने ड्रोन कैमरे से तेंदुए की तलाश की लेकिन वह नहीं मिला। मंगलवार की रात ककोहिया के जंगल में रात आठ बजे के करीब तेंदुए ने एक हिरण को अपना शिकार बना लिया। इस दृश्य को देखकर ग्रामीण भयभीत हो गए और फिर वन विभाग के कर्मचारियों को खबर दी।
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