मिठाई लाल सोनकर
जौनपुर। जिला अस्पताल में उस समय हंगामा मच गया जब लगभग एक हजार से अधिक नवागत शिक्षकों का हुजूम मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने के लिए वहां पहुंच गया। शनिवार को बिना किसी सूचना के जिला अस्पताल में सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा होने से अस्पताल प्रशासन के हाथ पांव फूल गये। वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी, पुलिस प्रशासन भी हांफता नजर आया।
कोरोना काल में जहां सोशल डिस्टेसिंग के पालन की बाद कही जा रही है वहीं इस तरह की भीड़ ने शिक्षा महकमा और अस्पताल प्रशासन की व्यवस्था की कलई खोल दिया। एक ही दिन में जिले में चयनित 16 सौ से अधिक शिक्षकों का मेडिकल सर्टिफिकेट बन पाना संभव नहीं है। बावजूद इसके सैकड़ों की संख्या में लोग अस्पताल में जमा हो गये। भीड़ बढ़ता देख पर्ची काउंटर पर दो बजे के बाद पर्ची मिलना बंद हो गया। जिसके चलते मरीजों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। आखिरकार सर्टिफिकेट बनवाने आये कई नवागत शिक्षकों को बैरंग वापस जाना पड़ा।
गौरतलब हो कि 69000 शिक्षक भर्ती में जिले में भी 1605 शिक्षकों की भर्ती हो गयी है। उनकी काउंसिलिंग कुछ ही दिन पूर्व हुई। वाराणसी में नियुक्ति पत्र प्राप्त करने के बाद नवागत शिक्षक मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने के लिए शनिवार को जिला अस्पताल पहुंच गये। भारी संख्या में लोगों के जमा होने से अस्पताल प्रशासन की व्यवस्था ध्वस्त हो गयी। जैसे तैसे करके कुछ लोगों का सर्टिफिकेट बना बाकी को बैरंग ही वापस लौटना पड़ा। इतनी अधिक संख्या में एक साथ सर्टिफिकेट बनवाने पहुंचे शिक्षकों को शिक्षा विभाग के अफसरों और पुलिस अधिकारियों के समझाने बुझाने पर लोग घरों को वापस लौट गये।
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