नया सबेरा नेटवर्क
जौनपुर। हकीमे उम्मत मौलाना सादिक साहब नायब सदर आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के निधन की खबर मिलते ही मुस्लिम समाज में शोक की लहर दौड़ गई। इसी क्रम में जौनपुर के इमाम-ए-जुमा व प्रिन्सिपल जामिया इमानिया नासिरया मौलाना महफूजुल हसन खां की अध्यक्षता में शिक्षकों एवं छात्रों ने शोकसभा किया।
इस मौके पर ताजियत व तस्लियत पेश की गई। कुरानखानी के बाद उनकी मगफेरत के लिए सुर-ए-फातेहा पढ़ी गई। वहीं हुसैनी फोरम इंडिया जौनपुर के अध्यक्ष सैय्यद मोहम्मद हसन, संयोजक इकबाल खान, तहसीन अब्बास, सैय्यद असलम नक्वी, नासिर रजा, तालिब रजा शकील एडवोकेट, सैय्यद परवेज हसन, समीर अली, शाहिद मेंहदी, शाहिद रिजवी ने शोक व्यक्त किया।
शेख नूरूल हसन मेमोरियल सोसाएटी के संरक्षक शेख हसीन अहमद की अध्यक्षता में हुई शोकसभा में सोसायटी के प्रबन्धक शेख अली मंजर डेजी ने कहा कि डा. सैय्यद कल्बे सादिक नक्वी जैसी शख्सियत वर्षों में पैदा होती है। इसी क्रम में मजार लुक्का शाह रोडवेज तिराहा पर शिया सुन्नी इत्तेहाद के प्रतीक डा. सादिक को शिया सुन्नी समुदाय ने मिलकर बाद नमाजे जोहर उनकी मगफेरत के लिए सूर-ए-फातेहा पढ़ी।
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