नया सबेरा नेटवर्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए 10 उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए हैं। इनमें 8 भाजपा, 1 सपा और 1 बसपा के उम्मीदवार शामिल हैं। भाजपा से जौनपुर के मुंगराबादशाहपुर विधानसभा से पूर्व विधायक सीमा द्विवेदी समेत हरदीप सिंह पुरी, अरुण सिंह, हरिद्वार दुबे, बृजलाल, नीरज शेखर, गीता शाक्य और बीएल वर्मा राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए हैं। समाजवादी पार्टी से डॉ. रामगोपाल यादव और बसपा से रामजी गौतम राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए हैंं।
तीन बार विधायक रह चुकीं हैं सीमा द्विवेदी
जौनपुर की दो सीटों से सीमा द्विवेदी दो बार विधायक रह चुकीं हैं। वर्तमान में केंद्र सरकार के उर्वरक एवं रसायन मंत्रालय की वह निदेशक बनायी गयी थी लेकिन उन्होंने कार्यभार ग्रहण नहीं किया था। सुजानगंज ब्लॉक के अचकारी गांव निवासी सीमा द्विवेदी ने जिला पंचायत सदस्य के रूप में राजनीतिक करियर की शुरुआत की। वह 1995 में जिला पंचायत सदस्य बनीं। इसके बाद 1996 और 2002 में गड़वारा विधानसभा सीट से विधायक चुनी गईं। वर्ष 2009 में वह जौनपुर सदर लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार रहीं, लेकिन असफल रहीं। वर्ष 2012 में नए परिसीमन में गड़वारा विधानसभा समाप्त होने के बाद वह नवसृजित मुंगराबादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से पहली विधायक चुनी गईं। 2017 के विधानसभा के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। सीमा द्विवेदी का मायका जौनपुर केे सिकरारा ब्लॉक के भोईला गांव में हैं। उनके पिता स्वर्गीय मातासेवक उपाध्याय भाजपा के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। पति डॉ. अरुण द्विवेदी बीएचयू में प्रोफेसर हैं।
राज्यसभा में भाजपा के सबसे ज्यादा सदस्य
राज्यसभा में अभी भाजपा के पास 86 सांसद हैं। आगामी 25 नवंबर तक भाजपा के 3 सांसदों का कार्यकाल पूरा हो रहा है। ऐसे में यूपी से 8 सांसदों के राज्यसभा पहुंचने के बाद उच्च सदन में भाजपा की सदस्य संख्या 86 से बढ़कर 91 हो गई है। उत्तराखंड के राज्यसभा चुनाव में भाजपा के सिवा कोई अन्य प्रत्याशी मैदान में नहीं है, जिसके चलते नरेश बंसल का निर्विरोध चुना जाना तय है। वहीं कांग्रेस का आंकड़ा 38 के पास पहुंच गया है, जबकि एनडीए की संख्या 111 पहुंच गई है। यह बहुमत के आंकड़े से सिर्फ 10 सीट दूर है।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, अरुण सिंह और नीरज शेखर का कार्यकाल 25 नवंबर को पूरा हो रहा था। अब ये तीनों निर्विरोध चुन लिए गए हैं। वहीं चार सांसद सपा से (सांसद चंद्रपाल सिंह यादव, राम गोपाल यादव, राम प्रकाश वर्मा और जावेद अली खान) हैं, जबकि बसपा के दो सांसदों राजाराम और वीर सिंह का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. वहीं कांग्रेस के पीएल पुनिया का भी कार्यकाल खत्म हो रहा है। लेकिन सपा और बसपा से सिर्फ 1-1 सांसद ही राज्यसभा पहुंच सके हैं। वहीं कांग्रेस को खाली हाथ रहना पड़ा है।
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