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नया एम्बुलेन्स वाहन किराया अप्रत्याशित और सामान्य दिनों से 10 गुना अधिक
भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी
उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर जिले के डी.एम. द्वारा एम्बुलेन्स का किराया निर्धारित किए जाने सम्बन्धी प्रेस रिलीज देखने के बाद जहाँ पढ़े-लिखे लोगों को चक्कर आ रहा है, वहीं आम आदमी इस अप्रत्याशित किराये की धनराशि खर्च करने के बारे में अब सोचकर ही दम तोड़ सकता है। कोरोना काल-2 में जब लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट है, अर्थव्यवस्था चरमरा गई है, लोग भुखमरी के कगार पर पहुँच चुके हैं और संक्रमित व मृतकों की संख्या बढ़ने लगी है तब ऐसे में जिले के हाकिम का यह निर्णय लोगों को अपने अस्थाई/स्थाई ठौर ठिकानों पर ही रहकर बगैर उच्चस्तरीय इलाज के दम तोड़ने पर विवश कर दिया है। डी.एम. द्वारा निर्धारित किया गया एम्बुलेन्स वाहन किराया धनराशि पूर्व से लगभग 10 गुना अधिक बताया जा रहा है।
बता दें कि जिला मजिस्ट्रेट अम्बेडकरनगर कार्यालय से सैमुअल पॉल एन जिलाधिकारी के हस्ताक्षरयुक्त जारी आदेश में उल्लेख किया गया है कि साधारण बिना आक्सीजनयुक्त एम्बुलेन्स का किराया 1 हजार रूपए अधिकतम 10 किलोमीटर। तत्पश्चात रूपया 100 प्रति अतिरिक्त किलोमीटर, आक्सीजनयुक्त एम्बुलेन्स रूपए डेढ़ हजार अधिकतम 10 किलोमीटर दूरी। तत्पश्चात रूपए 100 प्रति अतिरिक्त किलोमीटर। वेन्टीलेटर युक्त एम्बुलेन्स का किराया रूपए 2500 अधिकतम 10 किलोमीटर दूरी। तत्पश्चात रूपए 200 प्रति अतिरिक्त किलोमीटर निर्धारित किया गया है। आदेश में लिखा है कि अस्पताल पहुँचाने के बाद वापसी का किराया अनुमन्य नहीं होगा।
डी.एम. सैमुअल पॉल एन के हस्ताक्षरयुक्त आदेश में लिखा गया है कि जनपद अम्बेडकरनगर में वर्तमान में कोविड-19 का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है व कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या भी अधिक है। संक्रमण की रोकथाम, बचाव एवं उपचार हेतु समुचित प्रबन्धन किए जा रहे हैं। विभिन्न कोरोना मरीजों उनके तीमारदारों तथा मीडिया में प्रकाशित खबरों के माध्यम से लगातार शिकायत प्राप्त हो रही है कि कोविड मरीजों हेतु प्रयोग में लाये जा रहे एम्बुलेन्स वाहन स्वामियों अथवा चालकों द्वारा कोविड-19 के मरीजों को अस्पताल पहुँचाने हेतु मनमाने तरीके से पैसे वसूले जा रहे हैं जो आपत्तिजनक एवं विधि विरूद्ध है।
उक्त के दृष्टिगत जनपद अम्बेडकरनगर में कोविड-19 मरीजों से सम्बन्धित एम्बुलेन्स सेवा हेतु निम्न प्रकार से (साधारण बिना आक्सीजनयुक्त एम्बुलेन्स, आक्सीजनयुक्त एम्बुलेन्स व वेंटीलेटर युक्त एम्बुलेन्स) किराया दर निर्धारित किया जाता है।
आदेश में लिखा गया है कि यदि जनपद प्रशासन के संज्ञान में यह तथ्य आता है कि एम्बुलेन्स वाहन के स्वामियों व उनके चालकों द्वारा उपरोक्तानुसार निर्धारित किराये से अधिक किराया वसूला जा रहा है, अथवा गया है तो उनके विरूद्ध महामारी अधिनियम के अन्तर्गत कठोर विधिक कार्यवाही करते हुए सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया जायेगा।
आदेश में लिखा गया है कि निर्धारित दर से अधिक किराया वसूले जाने पर डायल-112 अथवा जनपद में स्थापित कोविड कंट्रोल रूम नं0 के दूरभाष- 05271-244550, 244551, 244552 और मोबाइल नं0- 09129829394 पर अवगत करायें। उपरोक्त की निगरानी करने हेतु नोडल अधिकारी, उपजिलाधिकारी सदर मोबाइल नं0- 9454416124, क्षेत्राधिकारी नगर मो.नं.- 9454401381 तथा संभागीय निरीक्षक प्राविधिक (प्रवर्तन) अम्बेडकरनगर मो.नं.- 7652017647 होंगे।
जिलाधिकारी द्वारा निर्धारित किए गए साधारण एम्बुलेन्स वाहन किराया अदा करके अपने मरीज को अम्बेडकरनगर मुख्यालय से लखनऊ तक ले जाने में लोगों को 20 हजार रूपए खर्चने पड़ेंगे। इसी तरह आक्सीजनयुक्त एम्बुलेन्स से मरीज लखनऊ ले जाने पर लगभग 32 हजार रूपए जबकि वेंटीलेटर युक्त एम्बुलेन्स से ले जाने पर किराया लगभग 50 हजार खर्च करना पड़ेगा। कहा जा रहा है कि इस निर्धारित किराया आदेश का सबसे अधिक लाभ एम्बुलेन्स चालकों को ही मिलेगा। जिलाधिकारी द्वारा निर्धारित एम्बुलेन्स वाहन किराया मरीजों को उच्च चिकित्सीय प्रबन्धन अथवा अन्य अस्पताल तक पहुँचाने के लिए ही है वापसी के लिए नहीं।
जिले के आम लोगों की हालत ऐसी हो गई है कि नंगा नहाये क्या, निचोड़े क्या? बीते 14 महीनों में कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते लॉक डाउन का दंश झेलने वाले लोगों के सामने अब यह विकट समस्या है कि वह स्वयं और परिवार का पेट कैसे भरे। ऊपर से संक्रमण व बीमारी से जूझ रहे लोग आशातीत अपेक्षित धनराशि कहाँ से खर्च करें। पेट में रोटी नहीं, सांस लेने को आक्सीजन नहीं, कोरोना काल में रोजी-रोटी का संकट, महंगाई ने कमर तोड़ा। 1 रूपए की वस्तु का 11 रूपए में मिलना, सरकारी अस्पतालों में अव्यवस्था, बेड नहीं, आक्सीजन सिलेण्डर नहीं, दवाएँ गायब। ऐसे में शासन के प्रतिनिधि (जिले के मुख्यमंत्री) जिला मजिस्ट्रेट/जिला कलेक्टर/जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन. को एम्बुलेन्स वाहन के निर्धारित किराया धनराशि पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। यदि वह ऐसा करते हैं तो मौजूदा हालात में आर्थिक तंगी से जूझ रहे असहाय हुए आम लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी।
सैमुअल पॉल एन. युवा आई.ए.एस. जिनकी छवि प्रखर र्प्रशासनिक अधिकारी के रूप में हैं। हम उनसे मानव प्राण रक्षार्थ एवं मानवता के संरक्षार्थ यह अपेक्षा करते हैं कि वह एक संवेदनशील मानव की भूमिका अदा करेंगे। हृदयहीनता जो अज्ञानियों का विशेष गुण हैं, इसका परित्याग करेंगे। 9 मई 2021 को एम्बुलेन्स वाहन किराया निर्धारण सम्बन्धी आदेश का पुर्नावलोकन कर उसमें संशोधन करेंगे जिससे यह निर्धारित किराया सामान्य दिनों के किराये से भी कम (आधा) हो।
भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी
वरिष्ठ पत्रकार/स्तम्भकार
अकबरपुर, अम्बेडकरनगर
9125977768, 9454908400
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