जौनपुर। पदम् विभूषण जगदगुरु रामभद्राचार्य की जन्म भूमि को शचीपुरम् गांव के नाम की अधिसूचना शासन ने जारी की । उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर आज जिले के सुजानगंज विकास खंड के साडी खुर्द गांव को नाम परिवर्तन कर शचीपुरम नाम की अधिसूचना सरकार ने जारी की है। बताते चलें कि यह गांव पूज्य पदम् विभूषण जगदगुरु श्री रामभद्राचार्य जी के राजस्व पैतृक गांव शचीपुरम् (साडी खुर्द ) को विगत वर्षों में श्री मदभागवत कथा में अपनी गोलोक वासी माता शची मिश्रा के नाम पर शचीपुरम् कराने का वचन दिया था। लगभग दो वर्षों के पत्राचार कागजी कारवाई के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने उक्त साडी खुर्द गांव को शचीपुरम नाम की अधिसूचना जारी कर दी है। जगदगुरु जी अपने पैतृक गांव में सभी सरकारी विकास योजनाओं को लेकर उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी से भी आग्रह किया था। परम पूज्य गुरुदेव ने कहा कि मैं अपनी मातृभूमि का ऋण इस गांव में विकास योजनाएं के माध्यम से पुरा करेंगे। उनके ही कृपा से आज गांव में 72 जन्म महोत्सव के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार के ग्राम विकास मंत्री मा. मोती सिंह जी , ग्राम विकास विभाग की सभी योजनाएं लागू करने के लिए घोसणा की थी। तथा मा० बेसिक शिक्षा मंत्री डा० सतीश चंद्र दिवेदी ने गांव में एक शची माता प्राथमिक विद्यालय निर्माण की घोषणा की है।जिसे अब सरकार सभी कार्य धरातल पर हो रहा है। गांव में सडक , शचीपुरम मुख्य द्वार ( गेट ) खंडजा ,नाली , मनरेगा पार्क, मुख्यमंत्री आवास योजना , राशनकार्ड, वृद्ध ,महिला , दिब्यांग पेंशन योजना, सामुदायिक शौचालय , सरकारी तालाब की खुदाई ,सौदर्यीकरण ,पेड पौधे, लगाने , बैठक बेंच, मनरेगा पार्क, आंगनवाड़ी केन्द्र, चिकित्सा भवन, सोलर लाइट, बिजली के पोल पर LED लाईट, आदि सभी योजनाएं धरातल पर अब शुरू हो रही हैं। यह गांव महापुरुष अनेकों राष्ट्रीय पुरस्कारों से संमानित , विश्व प्रसिद्ध कथा वाचक ,संत , एशिया के एकमात्र जगदगुरु रामभद्राचार्य दिब्यांग विश्वविद्यालय ,चित्रकूट के आजीवन कुलाधिपति , पदम् विभूषण जगदगुरु श्रीरामभद्राचार्य जी की जन्म स्थली हैं। गांव के निवासी रमापति मिश्र , एस० पी० मिश्रा, आनंद मिश्र, लोकेश मिश्र, मुकुंद सिंह, अनिल कुमार , राजेश मिश्र, रामसुरेश, मुनीलाल सरोज, सभी ने गांव का नाम शचीपुरम् कराने पर परम पूज्य जगदगुरु जी को बहुत - बहुत धन्यवाद दिया है। गांव में चारों तरफ हर्ष का माहौल है।
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