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#JaunpurLive : भाजपा नेता के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी से दिनभर मचा रहा हड़कंप


#JaunpurLive : भाजपा नेता के ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी से दिनभर मचा रहा हड़कंप



प्रधान आयकर आयुक्त वाराणसी सुनील माथुर के नेतृत्व में गुरुवार को वाराणसी, लखनऊ, प्रयागराज व आजमगढ़ की संयुक्त टीम ने सुबह आठ बजे भाजपा नेता पूर्व चेयरमैन व शराब कारोबारी के ठिकानों पर छापेमारी की जानकारी होते ही व्यापरियों में हड़कंप मच गया। लोग कारोबार में भारी पैमाने पर धांधली की चर्चा करते रहे। 

श्री माथुर की के नेतृत्व में एक ही समय भाजपा नेता के जेसीज चौक स्थित आवास, ओपी टावर, भादी स्थित फार्म हाउस, सीसी रोड स्थित पूर्वांचल फ्लोर मिल, गल्ला मंडी स्थित मिल के कार्यालय व एक संबंधी के आवास पर छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान भाजपा नेता ओम प्रकाश जायसवाल परिवार सहित फार्म हाउस पर मौजूद थे। टीम ने परिवार के सदस्यों व अन्य स्थानों पर रहे संबंधी और कर्मचारियों के मोबाइल आदि कब्जे में ले लिया। फार्म हाउस पर मौजूद परिजनों के मोबाइल, लैपटॉप, व कागजात कब्जे में लिया। वहीं उनकी फ्लोर मिल पर मिल के कागजात के अलावा सभी कर्मचारियों के मोबाइल कब्जे में लिया। सुबह से शुरु हुई कार्रवाई के दौरान न किसी को प्रवेश की अनुमति थी न ही कोई बाहर निकल सका। 

25 गाड़ियों व एक मिनी बस से छापेमारी करने पहुंचे अधिकारी व मातहत कुछ भी बताने को तैयार नही हुए। एक अधिकारी ने 100 करोड़ रुपये से अधिक आयकर चोरी का मामला बताया। सूत्र बताते हैं कि विगत दिनों सहारनपुर शराब फैक्ट्री से शराब की निकासी में लंबा गोलमाल के कारण कार्रवाई बताई जाती है। जबकि खेतासराय के गोला बाजार की करोड़ों की खरीद में भारी स्टैम्प चोरी की शिकायत वहां के व्यापरियों द्वारा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा व गृहमंत्री अमित शाह से की थी। फ़िलहाल छापेमारी की कार्रवाई से संबंधी और व्यापार करने वाले भी पलायन कर गए।

ओम प्रकाश जायसवाल मूल रुप से आजमगढ़ जनपद के अहरौला निवासी हैं। 

चालीस वर्ष पूर्व वह शाहगंज में कारोबार करने आए, शराब कारोबार में ठेकेदारों के साथ किस्मत आजमाई। कम समय में काफी नामवर बने। चंद वर्षों में उक्त कारोबार में शोहरत और रुपये कमाया। 

वर्ष 1988 में अपने वार्ड से सभासद का चुनाव लड़ा। लेकिन जनता ने भरोसा नही किया और चुनाव हार गए। यहीं से राजनीति की शुरुआत हुई। वर्ष 2005 में नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव जीतकर चेयरमैन हुए। 

वर्ष 2012 में विधान सभा चुनाव में किस्मत आजमाई जिसमें कामयाबी नहीं मिली। 

अपनी भयोहू गीता पत्नी प्रदीप जायसवाल को नगर पालिका चुनाव में मैदान में उतारा जो चेयरमैन हैं। 
वर्ष 2021 में पत्नी को जिला पंचायत सदस्य पद का चुनाव लड़ाया। लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी।
सियासत मे है उंची पहुंच
शराब कारोबारी से नेता बने ओमप्रकाश जायसवाल ने ठर्श से अर्श तक का सफर तय किया।वह  भाजपा के बडे नेताओ मे से गिने जाते है वही उनके भाई प्रदिप जायसवाल नगरपालिका शाहगंज के मनोनीत सदस्य होने के साथ साथ भाजपा के नगर अध्यक्ष भी है।जबकि खुद ओमप्रकाश जायसवाल रामलीला समिती के संरक्षक भी है।उसके अलावा सरस्वती शिशु मंदिर ,सरस्वती विद्या मंदिर ,आर एस एस समेत गौशाला आदि से जुडे है।खेतासराय कस्बे के मुख्य मार्ग स्थित गोला बाजार भी खरिदने के बाद वह एक बार फिर चर्चाओं मेआ गए थे। जिसकी कीमत पच्चास करोड से भी जादा बतायी जा रही है।बताया जा रहा है की खेतासराय गोलाबाजार के एक व्यवसायी ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अमित साह से इसकी शिकायत की थी इसे भी कार्यवाही से लोग जोड रहे है।

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