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मनुष्य जीवन ईश्वर-अल्लाह की अनमोल देन - मानव स्वास्थ्य की रक्षा में सहयोग और त्याग करना मानवता का परम धर्म - एड किशन भावनानी
गोंदिया - भारत के हर नागरिक, शासन-प्रशासन, कोरोना वॉरियर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स इत्यादि सभी के समर्पण भाव, सहयोग और टीकाकरण अभियान की तेजी के कारण भारत ने दूसरी लहर पर करीब-करीब नियंत्रण कर लिया है। फिर भी भारत के 6 राज्यों महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, उड़ीसा, कर्नाटका और आंध्र प्रदेश में कुछ अधिक प्रभाव शेष है। वहां भी तेजी से रिकवरी हो रही है और लगभग पूरे भारत में अनलॉक हो गया है।...साथियों बात अगर हम बुधवार दिनांक 14 जुलाई 2021 की करें तो डब्ल्यूएचओ ने चेताया है के कोरोना महामारी की तीसरी लहर शुरुआती दौर में है, समय रहते नहीं रोका गया तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।...साथियों बात अगर हम 25 जुलाई से 8 अगस्त 2021 तक शुरू होने वाले धार्मिक उत्सव कावड़ यात्रा की करें तो यह भारत की धरोहर है, धार्मिक आस्था और भावनाएं हर भारतीय के हृदय में यह समाई हुई है। क्योंकि हमें दशकों से अपने पूर्वजों से विरासत में मिली है और यह भारत की मिट्टी से हमें मिली है उस आस्था का पालन हम युगा युगांतर, दशकों से करते आ रहे हैं। कांवड़ यात्रा हर साल श्रावण माह में शुरू होकर अगस्त तक चलती है यूपी, हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों से बड़ी संख्या में शिवभक्त गंगा जल लेने उत्तराखंड स्थित हरिद्वार आते हैं। परंतु इस सत्य को हम नहीं नकार सकते कि उसके पहले हमारा मानव जीवन बचाना धर्म है। ईश्वर-अल्लाह की अनमोल देन है मनुष्य जीवन,जो कि हमें मिला है उसकी रक्षा करें, इसमें हर मानव को मानवता के नाते त्याग सहयोग और बलिदान करना हमारा परम धर्म है। हम भारतीय मानव का स्वभाव ही ऐसा है कि रज़ा में राजी रहना हमारी फितरत में है और आदेश का पालन हमारा परम धर्म।...साथियों बात अगर हम उत्तराखंड सरकार की करें तो कावड़ यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और टीवी चैनल पर वहां की पुलिस ने स्पष्ट कहा है कि 24 जुलाई से उत्तराखंड से लगे सभी बॉर्डरों को सील कर दिया जाएगा और किसकी राज्य का कोई व्यक्ति आया तो उसे 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन कर दिया जाएगा और उसकी गाड़ी भी जप्त कर दिया जाएगा...। साथियों बात अगर हम यूपी सरकार की करें तो यूपी ने कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत आंशिक अनुमति दी है और उच्चतम न्यायालय में एक एफिडेविट दाखिल किया है कि, जिसने वैक्सीन डोज़ लगाए हुए हैं उन श्रद्धालुओं को ही कावड़ यात्रा की अनुमति दी जाएगी।...साथियों बात अगर हम डब्ल्यूएचओ की करें तो, डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने टीवी चैनल पर बताया कि कोरोना का डेल्टा वैरिएंट दुनिया के 111 देशों में दस्तक दे चुका है। डेल्टा जितनी तेजी से फैल रहा है उससे स्पष्ट है कि आने वाले समय में पूरी दुनिया को अपनी गिरफ्त में ले लेगा। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट का हवाला देते हुए प्रमुख ने बताया कि वायरस लगातार अपने भीतर बदलाव कर रहा है। अपनी इस प्रवृत्ति के चलते वायरस समय के साथ अधिक घातक और अधिक संक्रामक होता जा रहा है। दुनिया के सभी देशों को वायरस के बदलते रूप को लेकर चौकन्ना रहना होगा नहीं तो हालात बिगड़ सकते हैं। डेल्टा के बढ़ते प्रकोप के साथ स्वास्थ्य सुविधाओं को भी बेहतर करने का वक्त आ चुका है। साथियों, बता दें कि इस बीच केंद्र सरकार ने भी सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को एक हलफनामा दायर किया है। इस हलफनामा में सरकार ने शीर्ष कोर्ट से कहा है कि कोरोना महामारी के मद्देनजर राज्य सरकारों को हरिद्वार से 'गंगा जल' लाने के लिए कांवड़ियों की आवाजाही की अनुमति नहीं देनी चाहिए। हालांकि, धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकारों को निर्दिष्ट स्थानों पर टैंकरों के माध्यम से गंगा जल उपलब्ध कराने के लिए प्रणाली विकसित करनी चाहिए।...साथियों बात अगर हम शुक्रवार दिनांक 16 जुलाई 2021 को माननीय पीएम द्वारा उपरोक्त 6 राज्यों के साथ की गई वर्चुअल मीटिंग की करें तो पीएम ने 6 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत कर कोविड स्थिति पर चर्चा की पीएम ने सहयोग, संयुक्त प्रयासों और सहयोग के लिए राज्यों की सराहना की, मुख्यमंत्रियों ने हर संभव मदद देने के लिए पीएम को धन्यवाद दिया। पीएम ने कहा महाराष्ट्र और केरल में मामलों में वृद्धि की प्रवृत्ति चिंता का कारण है। टेस्ट ट्रैक, इलाज और टीकाजांची-परखी और सिद्ध रणनीति है। हमें तीसरी लहर की संभावना को रोकने केलिए सक्रिय उपाय करने होंगे। ढांचागत कमियों विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में,को दूर करें। कोरोना समाप्त नहीं हुआ है, अनलॉक होने के बाद के व्यवहार की तस्वीरें चिंताजनक। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि लंबे समय तक लगातार केसेस बढ़ने से कोरोना के वायरस में मुटेशन की आशंका बढ़ जाती है, नए नए वरियांट्स का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, तीसरी लहर को रोकनेके लिए कोरोना के खिलाफ प्रभावी कदम उठाया जाना नित्यांत आवश्यक है। इस दिशा में रणनीति वही है, जो आप अपने राज्यों में अपना चुके हैं, पूरे देश ने उसको लागु किया हुआ है और उसका एक अनुभव भी हमे है। जो आपके लिए भी टेस्टेड एंड प्रोवीन पद्धति है। टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट और अब टीका याने 4 टी इसी वक्सिंन की हमारी रणनीति फोकस करते हुए ही हमें आगे बढ़ना है।...साथियों बात अगर हम शुक्रवार दिनांक 16 जुलाई 2021 को सुप्रीम कोर्ट द्वारा कावड़ यात्रा पर लिए गए स्वत संज्ञान की सुनवाई की करें तो माननीय दो जजों की पीठ कोविड-19 महामारी के बीच कांवड़ यात्रा की अनुमति देने के उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले पर लिए गए। स्वत: संज्ञान मामले की सुनवाई कर रही थी। भारत के एसजी ने पीठ से कहा कि भारत सरकार का स्टैंड है कि यात्रा की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। एसजी ने केंद्र सरकार के रुख के बारे में पीठ को सूचित करते हुए कहा कि राज्य सरकारों को स्थानीय शिव मंदिरों में पूजा करने के लिए हरिद्वार से गंगाजल लाने के लिए कांवड़ियों की आवाजाही की अनुमति नहीं देनी चाहिए। उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा की अनुमति को लेकर सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से कहा कि या तो वह सांकेतिक कांवड़ यात्रा आयोजित करने पर पुनर्विचार करें या हम आदेश पारित करेंगे। शीर्ष अदालत ने सोमवार तक यूपी सरकार को जवाब देने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि इससे पहले कोरोना संकट को देखते हुए इस बार उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी है।हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पर रोक नहीं लगाई जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मामले में खुद संज्ञान लिया।...साथियों बात अगर हम केंद्रीय गृहमंत्री की करें तो मंत्री ने कहा कि इन छह राज्यों में जुलाई माह के दौरान कुल मामलों का 80 प्रतिशत सेअधिक हिस्सा है,जबकि इनमें से कुछ राज्यों में टेस्ट पॉजिटिविटी की दर बहुत अधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने देश में कोविड मामलों पर चर्चा की और हाई केस लोड वाले जिलों में कोविड उपयुक्त व्यवहार और रोकथाम उपायों को मजबूत बनाने की आवश्यकता जताई।...साथियों बात अगर हम इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की करें तो, बता दें कि आईएमए ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि कोविड -19 की तीसरी लहर जरूर आएगी और यह बेहद नजदीक है। वहीं आईएमए ने राज्य सरकारों से अपील की थी कि वे बड़ी रैलियों के आयोजित टालें, क्योंकि ऐसे इवेंट कोरोना के सुपर स्प्रेडर बन सकते हैं।...साथियों बात अगर हम आईसीएमआर की करें आईसी एमआर के डिवीजन ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड कम्युनिकेबल डिजीज के प्रमुख ने बड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने बताया कि अगस्त के अंत तक कोरोना वायरस की तीसरी लहर भी आ जाएगी उपरोक्त जानकारी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और टीवी चैनलों पर बताई गई है। अतः उपरोक्त पूरे विवरण का अगर हम अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम देखेंगे कि तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए भारत की धरोहर धार्मिक आस्था, और भावनाओं का सम्मान जरूरी है। परंतु मनुष्य जीवन को बचाना भी प्राथमिकता है। मनुष्य जीवन ईश्वर-अल्लाह की अनमोल देन है। मानव स्वास्थ्य की रक्षा के लिए सहयोग और त्याग करना मानवता का परम धर्म है।
संकलनकर्ता- कर विशेषज्ञ एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र
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