शेर पर सवार मां दुर्गा की मूर्ति देख ग्रामीणों में हर्ष का माहौल, मंदिर निर्माण के लिए लोगों का सहयोग शुरू,प्रशासन से मूर्ति लेने की किया अपील
नया सबेरा नेटवर्क
केराकत (जौनपुर)। स्थानीय क्षेत्र के ग्राम सरोज बड़ेवर में मछली मारते समय मछुआरों के जाल में मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा फंस गयी, मछली समझकर मछुआरों ने जाल खींचे लेकिन मां दुर्गा की प्रतिमा देख सबकी बांछे खिल गयी, अब ग्रामीणों के साथ मिलकर मछुआरे लोग मूर्ति स्थापना के लिए मंदिर निर्माण की तैयारी शुरू कर दी है।
बताया गया है कि सरोजबड़ेवर गांव के सहादुर निषाद अपने भाईयों डब्लू निषाद, बजरंगी निषाद, पंचदेव निषाद व साथी तेन्दुलकर निषाद व शशिकान्त निषाद के साथ महादेवा घाट के किला के पास मछली के लिए जाल लगा रखा था। मछली फंसने की संभावना देख सहादुर ने जाल उठाया तो उसमें मूर्ति देख पहले सकपका गया, लेकिन मूर्ति देख सबकी बांझे खिल गयी। लोग मां दुर्गा के जयकारे लगाने लगे।
दहाड़ते हुए शेर पर बैठी दुर्गा मां की प्रतिमा में दस हाथ है, एक हाथ में गदा, दूसरे हाथ में शंख, तीसरे में धनुष, चौथे में त्रिशुल, पांचवें में कलश, छठें में चक्र, सातवें में तलवार, आठवें में तीर, नौवें में कटारी और दसवां हाथ आशीर्वाद देने के लिए उठा है। गांव के लोगों ने बताया कि यह मूर्ति अष्टधातु की है और एक हजार साल पुरानी लग रही है।
मूर्ति मिलने के बाद गांव के लोग हर्षित है। गांव के लोग मिलकर मांदुर्गा की भव्य मंदिर निर्माण कर मूर्ति स्थापित करने के लिए सहयोग शुरू कर दिया है। मूर्ति मिलना लोग मां दुर्गा का आशीर्वाद समझ रहे है।खबर लिखे जाने तक दुर्गा जी मूर्ति केराकत पुलिस के कस्टडी में सुरक्षित रखी गयी है।
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