नया सबेरा नेटवर्क
ट्रेन के सामने कूदकर दी जान
बेटे के सिर से एक साथ उठ गया मां बाप का साया
डॉ. प्रदीप दूबे
सुइथाकला, जौनपुर। सात जन्मों तक साथ निभाने का संकल्प जब विधि के विधान में मंजूर नहीं हो सका तो पत्नी की असामयिक मृत्यु से दुखी पति ने अपने अमर प्रेम का दुखद अन्त करते हुए ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। घटना सरपतहां थाना क्षेत्र के मयारी गांव की है, जहां पत्नी की चिता भी नहीं जली थी कि पत्नी के असहनीय वियोग से आहत पति ने भी मौत को गले लगा लिया। दम्पति की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। जानकारी के अनुसार उक्त गांव निवासी अजय कुमार (28) की पत्नी रेखा (25) को बुधवार सुबह अचानक सिर में तेज दर्द होने लगा। धीरे-धीरे उसकी स्थिति गंभीर हो गई। आनन-फानन में परिजनों ने उसे शाहगंज स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां डाक्टरों ने रेखा को ब्रेन हेमरेज होने की बात कही। इधर एमआरआई जांच के दौरान रेखा ने दम तोड़ दिया। मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पति अजय पत्नी की मौत के बाद रो-रोकर बेसुध होने लगा, लोग उसे ढाढ़स बंधाकर सांत्वना दे रहे थे, इसी बीच वह अस्पताल से कहीं गायब हो गया। परिजन अस्पताल के आसपास तलाश किये जब उसका कोई सुराग नहीं मिला तो निराश होकर उसकी पत्नी का शव लेकर घर चले आये। अंतिम संस्कार की तैयारी करने के साथ ही लोग अजय की खोजबीन भी कर रहे थे कि इसी बीच शाहगंज जीआरपी पुलिस द्वारा अजय के ट्रेन के सामने कूदकर जान देने की सूचना परिवार वालों को मिली तो परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिजनों के करूण क्रन्दन से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। पिता की मौत के बाद बड़े बेटे अजय के ऊपर ही घर की पूरी जिम्मेदारी थी। छोटा भाई विजय अभी पढ़ाई कर रहा है। मृतक अजय और रेखा ने करीब सात साल पहले प्रेम विवाह किया था जिससे छः वर्ष का एक बेटा भी है। बेटे के सिर से एक साथ माता-पिता का साया उठ जाने से सभी लोगों की आंखों से आंसू छलक पड़े।
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