जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के रज्जु भईया संस्थान के भू एवं ग्रहीय विज्ञान विभाग के छात्र अनन्य पांडेय ने राष्ट्रीय स्तर की तीन दिवसीय कार्यशाला में भाग लिया। कालानुक्रमिक डेटिंग और इसके अनुप्रयोग शीर्षक पर यह कार्यशाला एसोसिएशन फार ल्यूमिनिसेंस डेटिंग (एएलडी) के सहयोग से भौतिक अनुसंधान प्रयोगशाला, अहमदाबाद के अंतरिक्ष विभाग के द्वारा 21 से 23 फरवरी के मध्य आयोजित की गई। कार्यशाला में संदीप्त (ल्यूमिनिसेंस) विधि से काल-निर्धारण और भू, ग्रहीय एवं पुरातत्व विज्ञान में उसके प्रयोगों संबंधी विषयों पर विषय विशेषज्ञों द्वारा कई व्याख्यान दिये गए। इस कार्यशाला में देश के विभिन्न संस्थानों से लगभग 120 प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यशाला में कालानुक्रमिक डेटिंग विधियों पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। यह विधि एक समूह को संदर्भित करती है जो यह निर्धारित करती है कि कितने समय पहले खनिज अनाज सूरज की रोशनी या पर्याप्त हीटिंग के संपर्क में थे। यह भूवैज्ञानिकों और पुरातत्वविदों के लिए उपयोगी है जो जानना चाहते हैं कि ऐसी घटना कब हुई थी।यह ल्यूमिनिसेंस को उत्तेजित करने और मापने के लिए विभिन्न तरीकों का उपयोग करता है । इस अवसर पर भू एवं ग्रहीय विज्ञान के विभागाध्यक्ष डा नीरज अवस्थी ने कहा कि विभाग के छात्रों का राष्ट्र स्तरीय मंचों पर प्रतिभाग उनके भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इस अवसर पर विभाग के अन्य शिक्षकों डा श्याम कन्हैया, डा शशिकांत यादव, डा श्रवण कुमार समेत संस्थान के निदेशक प्रो प्रमोद कुमार यादव एवं अन्य शिक्षकों ने छात्र को बधाई दी।
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