Adsense

#JaunpurLive : महिला काव्य मंच द्वारा मन से मंच तक कवि सम्मेलन सम्पन्न



मुंबई । साहित्यिक विचारधारा को लेकर महिलाओं ने गुरुवार दिनांक 4 अप्रैल 2024 को मन से मंच तक महिलाओं का काव्य पाठ कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किया गया।महिला काव्य मंच के सभी पदाधिकारी,संस्थापक डॉक्टर नरेश गुप्ता नाज़ की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। मकाम संरक्षिका श्रीमती डॉक्टर मंजू लोढ़ा तथा महिला काव्य मंच महाराष्ट्र की अध्यक्ष श्रीमती डॉक्टर अलका अग्रवाल सिगतिया की उपस्थिति सराहनीय थी। पश्चिम मुंबई की अध्यक्ष डा शैलेश श्रीवास्तव तकनीकी कारणों से जुड़ नही पाई।
वास्तव में दक्षिण मुंबई की अध्यक्ष श्रीमती सुनीता की अध्यक्षता में कार्यक्रम होना था लेकिन अचानक उनकी तबियत खराब हो जाने के कारण  केंद्रीय मुंबई अध्यक्ष श्रीमती अन्नपूर्णा गुप्ता के देखरेख में संपन्न हुआ।सभी कवयित्रियों ने बहुत ही सुंदर कविताओं से पटल को सुशोभित किया। सभी की रचनाएं उच्च कोटि की थी। एक से एक बढ़कर रचनाएं प्रस्तुत की गई ।
संस्थापक नरेश नाज सर ने महाराष्ट्र की केंद्रीय अध्यक्ष अन्नपूर्णा गुप्ता सरगम को पदोन्नति देते हुए महाराष्ट्र के महासचिव पद पर नियुक्ति की घोषणा की।मकाम केंद्रीय मुंबई के अध्यक्ष पद पर श्रीमती सत्यभामा सिंह और उपाध्यक्ष के पद पर श्रीमती रागिनी प्रसाद को नियुक्त करने की घोषणा की गई।गोष्ठी का विषय नारी, श्रृंगार अथवा प्रेम पूर्व निर्धारित था। 
अन्नपूर्णा गुप्ता सरगम,अनिता विजय वर्गीय,रचना हिरेन,डॉ रागिनी प्रसाद, श्रीमती सीमा त्रिवेदी,श्रीमती सत्यभामा सिंह,श्रीमती अर्चना मिश्रा,  श्रीमती मृदुला मिश्रा,श्रीमती विजयलता,श्रीमती सुमित्राश्रीमती कामिनी,श्रीमती सत्यवती मौर्य, श्रीमती उषाकुमारी,श्रीमती प्रभा लोढ़ा, श्रीमती मृदुला मिश्रा,श्रीमती बिट्टू जैन सना,डॉक्टर कनकलता तिवारी, श्रीमती कांता बरमेचा,श्रीमती रंजू मिश्रा,श्रीमती प्रज्ञा मिश्रा आदि के काव्यपाठ अतुलनीय थे।मकाम के संस्थापक डॉक्टर  नरेश नाज़ सर के गीत सबके दिल को छू गए।डॉक्टर अलका सिगतिया,डॉक्टर मंजू लोढ़ा की अन्त तक उपस्थिति प्रेरक थी।डॉक्टर अलका अग्रवाल सिगतिया ने महाराष्ट्र अध्यक्ष का पद छोड़ने की घोषणा के साथ सबको आश्वस्त किया कि वो महिला काव्य मंच के साथ जुड़ी रहेंगी और शुभकामनाएं प्रेषित किया।कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सत्यभामा सिंह ने किया जिसमें समय का विशेष ध्यान रखा गया और सभी कवयित्रियों ने समय से जुड़कर कार्यक्रम को सफल बनाया इसलिए 2 घंटे 10 मिनट में करीब 22 कवयित्रियों ने काव्य पाठ किया और सभी कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। अध्यक्षीय भाषण के बाद धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम के विराम की घोषणा  की गई।

Post a Comment

0 Comments