जौनपुर। कन्या एवं हवन पूजन के साथ 9 दिवसीय अनुष्ठान का समापन हो गया। इसी क्रम में मां शीतला चौकियां धाम में कन्या एवं हवन पूजन करके भक्तों ने सिद्धिदात्री देवी स्वरूप में मां शीतला का दर्शन किया। मां दुर्गा के नवम् स्वरूप माता सिद्धिदात्री की पूजा का विधान है। नवरात्र के अंतिम दिन सभी सिद्धियों की प्राप्ति होती है। दुर्गा मईया जगत के कल्याण हेतु नौ रूपों में प्रकट हुईं और इन रूपों में देवी सिद्धिदात्री का अंतिम रूप है।
देवी प्रसन्न होने पर सम्पूर्ण जगत की रिद्धि सिद्धि अपने भक्तों को प्रदान करती हैं। देवी सिद्धिदात्री का रूप अत्यन्त सौम्य है। देवी की 4 भुजाएं हैं। दायीं भुजा में माता ने चक्र और गदा धारण किया है। उनके बांयी भुजा में शंख और कमल का फूल है। दुर्गा सप्तशती पाठ, वैदिक मंत्रोच्चारण, हवन, पूजन माता रानी के जयकारों से सारा वातावरण मनमोहक भक्तिमय रहा। कतार में खड़े दर्शनार्थी बारी—बारी से दर्शन—पूजन करते नजर आये। सुरक्षा की दृष्टि से मन्दिर परिसर क्षेत्र में चौकियां चौकी प्रभारी निखिलेश तिवारी सहयोगी पुलिस पीएसी दल के साथ मौजूद रहे।
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