14 वर्ष पहले हुई थी शादी, 10 वर्षीया पुत्री एवं 5 वर्षीय पुत्र हैं दोनों को
आरोपी के अत्याचार से पहली पत्नी छोड़कर चली गयी जिसका एक पुत्र भी है
जफराबाद, जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत सुल्तानपुर गांव में बीती रात मनबढ़ एवं बहशी पति ने अपनी पत्नी को धारदार हथियार से दर्जनों वार करके गम्भीर रूप से घायल कर दिया जो अस्पताल में जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रही है।
पूरे शरीर को इस तरह काट दिया है कि देखने वालों की रूप कांप जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जितेंद्र नरगर पुत्र बाबू राम नागर सुल्तानपुर की शादी 2010 में बक्सा थाना क्षेत्र के पट्टी राव खमपुर निवासी बसंत नागर की पुत्री सविता देवी के साथ हुई थी। दोनों से दो बच्चे हैं जिनमें बेटा अनमोल 5 वर्ष एवं बेटी साक्षी 10 वर्ष है। शादी के कुछ दिन बाद से पति-पत्नी के बीच अनबन के कारण सम्बन्ध अच्छे नहीं रहे जिसको लेकर आये दिन बहशी पति जितेंद्र पत्नी सविता को आये दिन मारने—पीटने के साथ अन्य तरह से प्रताड़ना देता चला आ रहा है। इसी बीच एक वर्ष पहले मामला पारिवारिक कोर्ट में चला गया जहां पति-पत्नी को 2 दिन के लिए विदाई इस उद्देश्य से कराया गया कि पति-पत्नी के बीच में अभी भी समझौता हो जाय। 29 मई को पुनः कोर्ट में पति-पत्नी को हाजिर होना था कि पत्नी हंसी—खुशी से पति के साथ ससुराल आ गयी। उसको क्या पता कि जीवनसाथी मेरे जीवन के साथ इस कदर खिलवाड़ करेंगे। फिलहाल हुआ वही जिस बात का सविता को डर था। बहशी पति ने परिजन के सो जाने के बाद रात 10 बजे धारदार हथियार से सविता पर जानलेवा हमला कर दिया। घायल के अनुसार वह अपने पति को देखकर कुछ कह पाती कि इतने में वह हांसिये से प्रहार करना शुरू कर दिया जिससे उसके गर्दन, हाथ, कमर, पेट सहित शरीर के अन्य कई जगह पर गम्भीर चोटें आ गयीं। पत्नी लहूलुहान होकर चारपाई पर पड़ी रही कि कहराने की आवाज सुनकर परिवार के लोग मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक जितेंद्र फरार हो गया था। सूचना मिलने पर विवाहिता के परिजन भी ससुराल आ गये जहां से जफराबाद थाना पुलिस को दी गयी जिस पर थानाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह मयफोर्स मौके पर पहुंचकर घायल विवाहिता को तत्काल जिला चिकित्सालय भिजवाये जहां समाचार लिखे जाने तक उसकी हालत गम्भीर बतायी गयी। लोगों की मानें तो इसके पहले जलालपुर थाना क्षेत्र में जितेन्द्र की शादी हुई थी जो अपने आचरण के अनुसार पत्नी को आये दिन मारता—पीटता था जिसके चलते वह चली गयी। हालांकि उससे एक लड़का हुआ था जो इस समय 18 वर्ष का है और अपने ननिहाल में रहता है। इधर जहां घायल सविता मौत एवं जीवन के बीच जिला अस्पताल में पड़ी है, वहीं अपनी बेटी की दशा देखकर घायल के मायके वालों के आंसू थमने के नाम नहीं ले रहे हैं। इस बाबत पूछे जाने पर थानाध्यक्ष सुरेंद्रनाथ सिंह ने बताया कि घायल के भाई सुरेश द्वारा दी गयी तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही टीम गठित करके आरोपी की तलाश भी शुरू कर दी गयी है। शीघ्र ही पकड़ लिया जायेगा।
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