जौनपुर। तिलकधारी स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शिक्षक शिक्षा विभाग द्वारा चैलेंजेज एंड इसूज ऑफ टीचर एजुकेशन शीर्षक पर व्याख्यान का आयोजन किया। इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि एवं व्याख्याकार प्रो. आरपी पाठक संकायाध्यक्ष शिक्षा संकाय श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विद्यापीठक नईदिल्ली रहे।
प्रो. पाठक ने भारतीय एवं विदेशी शिक्षा व्यवस्था, शिक्षक एवं पाठ¬क्रम का तुलनात्मक विवरण के साथ-साथ टीचर ट्रेनिंग के पाठ¬क्रम एवं समयावधि के परिवर्तन के सकारात्मक एवं नकारात्मक पक्ष पर भी स्पष्टीकरण दिया। शिक्षा में संस्कार को महत्व दिया एवं अध्यापक शिक्षा में भारतीय मूल्य, दर्शन, नैतिकता की आवश्यकता की पेशकश की। प्रो. पाठक जी भारत के विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं एवं शिक्षा के विभिन्न समिति एवं संगठन के सदस्य है। उपस्थित सभी विद्यार्थियों एवं प्रवक्ताओं को अपने अनुभव को साझा किया तथा उनके महत्व एवं कार्यप्रणाली एवं मुद्दों एवं समस्या समाधान प्रक्रिया को बताने का प्रयास किया। व्याख्यान की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. विनोद कुमार सिंह ने किया। व्याख्यान में विभागाध्यक्ष डॉ. समर बहादुर सिंह, डॉ. विनय कुमार सिंह, डॉ. सुधांशू सिन्हा, डॉ. वंदना शुक्ला, डॉ. रीता सिंह, डॉ. श्रद्धा, डॉ. गीता, वैभव, सीमांत राय ने प्रतिभाग किया। संचालन डॉ. अजय कुमार दुबे ने एवं डॉ. रीता सिंह ने आभार व्यक्त यिका। व्याख्यान में महाविद्यालय के सभी विभागों के असि. एवं एसो. प्रोफेसर एवं बीएड, एमएड के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।
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