केराकत, जौनपुर। पुरानी पेंशन योजना को फिर से बहाल कराने की मांग को लेकर कर्मचारी, शिक्षक व कई विभागों के अधिकारियों ने बुद्धवार को तहसील परिसर में जोरदार धरना प्रदर्शन व नारेबाजी किया। जिसमें महिलाओं की भी भागेदारी थी। धरने पर सरकारी संगठन के पदाधिकारियों ने केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों को जमकर कोसा और विरोध में नारेबाजी भी किया। दोपहर को पैदल जुलूस निकालकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को दिया।
पुरानी पेंशन योजना को फिर लागू करने के लिए कर्मचारी, अधिकारी शिक्षक पुरानी पेंशन बहाली मंच के आह्वान पर हाथ के बांह पर काली पट्टी बांधकर 3 दिवसीय धरना प्रदर्शन करने के लिये पहले दिन बुद्धवार की दोपहर से ही तहसील परिसर में कर्मचारियों व शिक्षकों का जमावड़ा लग गया। धरने में केराकत शिक्षक संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि एक देश, एक संविधान, एक जीएसटी देश में लागू है तो सबके लिए पेंशन व्यवस्था भी एक ही लागू होनी चाहिए। जलालपुर ब्लॉक के अध्यक्ष पवन सिंह ने कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू न की गई तो सरकार का विरोध किया जाएगा। मुफ्तीगंज के ब्लॉक अध्यक्ष राम दुलार यादव ने कहा कि सरकार कर्मचारियों का शोषण कर रही है। मांगे पूरी न की गई तो आने वाले चुनाव में सभी मिलकर सरकार का विरोध करेंगे। कहा कि यह आंदोलन पूरे देश मेें किया जा रहा है। जिससे विवश होकर सरकार को पुरानी व्यवस्था लागू करना पडे़गा। लगभग तीन घंटे तक चले धरने के बाद कर्मचारी व शिक्षकों ने पैदल जुलूस निकाला। नगर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ जुलूस तहसील परिसर पहुंचा। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। तहसील परिसर में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी को दिया गया। जिसमें कहा गया है कि एक अप्रैल 2005 के बाद शासकीय सेवा में आए कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारियों को नई अंशदायी पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाए। इस मौके पर विभिन्न विभागों के संगठन के पदाधिकारी,धनंजय गुप्ता,आलोक रघुवंशी, अतुल सिंह, रतन सिंह, संजय सिंह, सुशील, आशु सिंह, पंकज, अरविंद, शैलेन्द्र, आनन्द, सुमीत, आलोक आदि मौजूद रहे।
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