जौनपुर। पिछड़ों, अति पिछड़ों व दलितों को सम्मान से जीने के हक पर कुठाराघात का मामला तूल पकड़ लिया। यथार्थ कबीरपंथी संत रामपाल जी महाराज के आह्वान पर उनके अनुयाइयों ने सैकड़ों की संख्या में बुधवार को रैली निकाली गयी। नगर भ्रमण करते हुये कलेक्टेªट पहुंची रैली के नेतृत्वकर्ताओं ने प्रधानमंत्री के नाम सम्बोधित मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। दिये गये ज्ञापन के अनुसार रामपाल जी के अनुयाइयों ने बताया कि बीते 20 मार्च 2018 को सुप्रीम कोर्ट के जज आदर्श गोयल की खण्डपीठ द्वारा एससी/एसटी कानून को कमजोर कर दिया गया। यह कानून वर्ष 1989 में बनाया गया है जिसके बाद पिछड़ों व अति पिछड़ों के हक की रक्षा बढ़ने के साथ ही समाज में सम्मानपूर्वक जीने का अधिकार प्राप्त हो गया था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने इस कानून की हवाल निकालकर अब 100 वर्ष पुराने समय की तरह लोगों को नरकीय जीवन जीने को बाध्य कर दिया है। यह सब मौजूदा सरकार का अपने परम्परागत मतदाताओं को खुश करने के लिये करवाया गया फैसला है। इस फैसले के बाद पूरे भारत में पिछड़ा व अति पिछड़ा समाज अपने को ठगा सा महसूस कर रहा है। कानून को पूर्व की तरह लागू करने की आवश्यकता है। ज्ञापन देने वालों में सेवादार रामजी दास, कृष्णा दास, सुरेश दास, सुनील दास, राम अधार दास, राजेश दास, सुरेन्द्र दास सहित सैकड़ों यथार्थ कबीरपंथी अनुयायी मौजूद रहे।
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