जौनपुर। मछलीशहर सीएचसी में तैनात चिकित्सक सहित आधा दर्जन कर्मचारियों पर कोतवाली पुलिस ने सीजीएम के निर्देश पर तमाम धाराओं पर केस दर्जकर जांच पड़ताल में जुट गई। बताते हैं कि परसुपुर गांव निवासी एक अधेड़ की तबियत खराब होने पर नगर के निजी अस्पताल में परिजनों द्वारा भर्ती कराया गया था जहां पर इलाज के दौरान हालत और गंभीर होने पर चिकित्सक द्वारा रेफर किये जाने के बाद परिजन सीएचसी मछलीशहर में पहुंचे जहां पर चिकित्सक अमरेश चंद्र अग्रहरि ने अधेड़ को देखते ही मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद अधेड़ के परिजनों एवं चिकित्सक, कर्मचारियों के बीच विवाद होने के बाद मारपीट हो गया था। इस दौरान मृतक के परिजनों के द्वारा किये गए मारपीट में चिकित्सक अमरेश चन्द्र अग्रहरि को गम्भीर चोटें आयी थी। अपने को असुरक्षित महसूस करते हुए चिकित्सक ने परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए गिरफ्तारी की मांग एवं अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराने की मांग करते हुए दो दिन तक इमरजेंसी सहित सभी काम बंद कर दिये थे। जिसके मृतक के परिजनों ने भी चिकित्सक सहित आधा दर्जन कर्मचारियों पर मारपीट करने एवं जाति सूचक शब्द का प्रयोग करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दिए। कोतवाली पुलिस के द्वारा केस दर्ज न करने पर परिजन कोर्ट का सहारा लिये और सीजीएम के निर्देश पर कोतवाली पुलिस चिकित्सक डॉ. अमरेश चन्द्र अग्रहरि, फार्मासिस्ट नरसिंह, रीता देवी, आशा देवी, बबिता एवं स्वीपर मो. युसूफ पर धारा 304, 323, 504 एवं 323 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर जाच पड़ताल में जुट गई।
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