Adsense

ब्रेकिंग पूर्वांचल विश्वविद्यालय : भ्रष्ट लिपिक नौकरी से बर्खास्त

छात्र—छात्राओं से करता था दुर्व्यवहार
जांच टीम की रिपोर्ट पर की गई कार्रवाई
कार्य परिषद की बैठक में लिया गया फैसला
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के चर्चित लिपिक की छात्राओं से दुर्व्यवहार के मामले में नौकरी से सेवा समाप्त कर दी गई। तत्काल परिसर खाली करने के साथ प्रवेश पर रोक लगा दी गई। पीयू के इस कड़े कदम से परिसर में हड़कंप मच गया।
  
कार्य परिषद की बैठक कुलपति प्रो. राजाराम यादव की अध्यक्षता में हुई। जिसमें चर्चित भ्रष्ट लिपिक प्रेमपाल सिंह का मामला छाया रहा। नशे का आदी प्रेमपाल पर आए दिन छात्र-छात्राओं से दुर्व्यवहार करने के साथ ही भ्रष्ट कार्यों में लिप्त था। माह पूर्व एक छात्रा के साथ दुर्व्यवहार किया था। कुलपति ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच समिति का गठन कर दिया। जांच में उसके पूर्व के कृत्यों के अलावा और भी कई भ्रष्टाचार के मामले के सामने आए। कमेटी ने यह सिफारिश करते हुए रिपोर्ट पीयू को देते हुए कहा कि यह चरित्रहीन भ्रष्ट लिपिक को एक मिनट भी नौकरी सेवा में और विश्वविद्यालय में रहने लायक नहीं है। इसके चलते विश्वविद्यालय आए दिन बदनामी को झेलना पड़ता है। दोषी पाते हुए कार्य परिषद ने लिपिक प्रेमपाल सिंह को नौकरी से सेवा समाप्त करते हुए बर्खास्त कर दिया। निर्देशित किया कि दोषी लिपिक से आवास खाली करा लिया जाए और कैंपस में प्रवेश रोक लगा दी जाए। कैम्पस में पकड़े जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके पूर्व भी आरोपी लिपिक दो बार निलंबित और बर्खास्त हो चुका है लेकिन कर्मचारियों की मांग पर उस पर रहम कर दिया जाता था। इसके अलावा कार्य परिषद में की बैठक में शारदा पीजी कॉलेज आजमगढ़ की भूमि आवश्यकता से अधिक थी, जिसे अवमुक्त कर दी गई। बल्लू महाविद्यालय गदाईपुर गाजीपुर को स्नातक कला एवं विज्ञान संकाय की अस्थाई संम्बधता मिली। परिसर में प्रस्तावित बीए एलएलबी ऑनर्स 5 वर्षीय इंटीग्रेटेड कोर्स और पदों के सृजन पर मुहर लगी। इसके गवर्निंग बॉडी के गठन के लिए कुलपति को अधिकृत किया गया। बैठक में कुलसचिव सुजीत कुमार जायसवाल, वित्त अधिकारी एमके सिंह, डीन प्रो. बीडी शर्मा, डॉ. मनोज मिश्रा, प्रो. बीबी तिवारी, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. राम नारायण, डॉ. रामविलास, डॉ. आरआर यादव, डॉ. शिवशंकर सिंह मौजूद रहे।

Post a Comment

0 Comments