जौनपुर। प्रधान डाकघर में चल रहे हिन्दी पखवाड़ा में काव्य सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डाक अधीक्षक गौरीशंकर सिंह ने हिन्दी की महत्ता पर प्रकाश डाला। संचालनकर्ता फूलचन्द भारती ने हिन्दी भाषा को 14 सितम्बर 1949 संसद द्वारा मान्यता राज्यभाषा को शीघ्र राष्ट्र भाषा के रुप में मान्यता पर बल दिया। कवि मुशायरा की अध्यक्षता प्रो. आरएन सिंह ने कहा कि मैं हिन्दी हूं तेरे प्यार की, प्यार की मारी हुई हूं, जन-जन की जुबान हूं, पर फिर भी हारी हुई हूं...। इस अवसर पर डा. प्रमोद वाचस्पति, सविता अशुमान, गीता श्रीवास्तव, शायर अंसार जौनपुरी, मोनिस जौनपुरी, असीम मछलीशहर, ओपी खरे, गिरिश चन्द गिरीश, सुभाषचन्द श्रीवास्तव ने अपनी रचना से वाहवाही लूटी। कार्यक्रम में विवेकानन्द सिंह, विपिन यादव, ऐपी गोस्वामी, पंकज त्रिपाठी, दिनेश द्विवेदी, राजेंद्र यादव, रामउजागिर यादव, हरिशंकर यादव, कन्हैया गुप्ता, राजेश तिवारी, छोटे लाल तिवारी, नागेश्वर, सादिक अली मौजूद रहे।


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