Jaunpur Live News Network
जौनपुर लाइव न्यूज नेटवर्क
जौनपुर। रामलीला मंचन में लक्ष्मण शक्ति के उपरांत रावण समेत पृथ्वी से सम्पूर्ण राक्षस जाति का विनाश करने के उपरांत विजय रथ पर आसीन राम, लक्ष्मण, जानकी व मंगलमूरति मारूति नन्दन हनुमान भारी संख्या में रथ, घुड़सवार, पैदल गाजे-बाजे के साथ पहुंचते हैं तो विजय उत्सव का पर्व मनाते हुये लोग मंत्र-मुग्ध हो जाते हैं तथा लोगों के मन में लंका विजय की तस्वीर जीवन्त हो उठती है। नवयुवक रामलीला समित ईशापुर (डिहवा) में वर्षों से चली आ रही परम्परा का निर्वहन करते हुये पूर्ण भक्ति भाव, अगाध श्रद्धा तथा प्रेम के वातावरण में प्रतिवर्ष लोग रामलीला का मंचन करते हैं। रावण वध के उपरांत मर्यादा पुरुषोत्तम की दिव्य झांकी निकालते हैं। धर्म के प्रति अटूट श्रद्धा एवं भक्ति रखने वाले समिति के अध्यक्ष रामेश्वर साहू के नेतृत्व में तमाम लोगों ने योगदान दिया। बता दें कि श्री साहू का कलकत्ता में व्यवसाय है जो हर वर्ष शारदीय नवरात्र में दुर्गा प्रतिमा की स्थापना से रामलीला के समापन तक अपने व्यवसाय से मुक्त रहकर पूजा-अर्चना करते हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री साहू के अलावा उपाध्यक्ष रामधनी वर्मा, कोषाध्यक्ष रामधारी चौरसिया, सचिव राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय, प्रबंधक रामजी चौरसिया, राजाराम साहू, श्याम जी चौरसिया, शिवाजी चौरसिया, अनन्त राम प्रजापति, छोटे लाल गुप्ता, समर बहादुर सहित तमाम लोगों का सहयोग सराहनीय रहा।
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जौनपुर। रामलीला मंचन में लक्ष्मण शक्ति के उपरांत रावण समेत पृथ्वी से सम्पूर्ण राक्षस जाति का विनाश करने के उपरांत विजय रथ पर आसीन राम, लक्ष्मण, जानकी व मंगलमूरति मारूति नन्दन हनुमान भारी संख्या में रथ, घुड़सवार, पैदल गाजे-बाजे के साथ पहुंचते हैं तो विजय उत्सव का पर्व मनाते हुये लोग मंत्र-मुग्ध हो जाते हैं तथा लोगों के मन में लंका विजय की तस्वीर जीवन्त हो उठती है। नवयुवक रामलीला समित ईशापुर (डिहवा) में वर्षों से चली आ रही परम्परा का निर्वहन करते हुये पूर्ण भक्ति भाव, अगाध श्रद्धा तथा प्रेम के वातावरण में प्रतिवर्ष लोग रामलीला का मंचन करते हैं। रावण वध के उपरांत मर्यादा पुरुषोत्तम की दिव्य झांकी निकालते हैं। धर्म के प्रति अटूट श्रद्धा एवं भक्ति रखने वाले समिति के अध्यक्ष रामेश्वर साहू के नेतृत्व में तमाम लोगों ने योगदान दिया। बता दें कि श्री साहू का कलकत्ता में व्यवसाय है जो हर वर्ष शारदीय नवरात्र में दुर्गा प्रतिमा की स्थापना से रामलीला के समापन तक अपने व्यवसाय से मुक्त रहकर पूजा-अर्चना करते हैं। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री साहू के अलावा उपाध्यक्ष रामधनी वर्मा, कोषाध्यक्ष रामधारी चौरसिया, सचिव राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय, प्रबंधक रामजी चौरसिया, राजाराम साहू, श्याम जी चौरसिया, शिवाजी चौरसिया, अनन्त राम प्रजापति, छोटे लाल गुप्ता, समर बहादुर सहित तमाम लोगों का सहयोग सराहनीय रहा।
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