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खेतासराय, जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के सीधा गांव में एक निजी तालाब में अराजकतत्वों द्वारा जहर डालने से तीन कुंतल से अधिक मछलियां मर गयी। मरी मछलियों की कीमत लगभग एक लाख रुपए बताया जा रहा है। पीड़ित ने इस मामले में थाने में तहरीर दिया है।
जानकारी के अनुसार सीधा गांव निवासी कुतबुद्दीन का गांव में एक निजी तालाब है। जिसमें वर्षों से मत्स्य पालन करते है। शनिवार की रात अराजक तत्वों ने तालाब में विषाक्त पदार्थ डाल दिया। जिससे मछलियां मरकर तालाब में उतरा गयी। रविवार की वह सुबह तालाब पर गए तो पानी में उतराई मरी मछलियां देख दंग रह गये। पीड़ित के अनुसार लगभग तीन कुन्तल मछलियां मर गई। जिसकी कीमत लगभग लाखो रुपये बताई जा रही है। पीड़ित का कहना है कि बीते 5 जुलाई 2019 को उपजिलाधिकारी शाहगंज से निजी तालाब में लोगों द्वारा कूड़ा फेंकने व गन्दगी करने वालो पर रोक लगाने के लिए प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाया था। जिसमें उपजिलाधिकारी जांच हेतु खेतासराय पुलिस को दे दिया था। स्थानीय पुलिस दोनों पक्षों को शांति भंग में चालन भेज कर खानापूर्ति कर लिया था। पीड़ित का आरोप है कि यदि पुलिस मामले को गम्भीरता से लेती तथा पहले जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की होती तो आज इस तरह की घटना न होती। इसके खिलाफ पीड़ित ने रविवार को घटना की सूचना पुलिस को देकर अराजक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग किया है। सूचना पाकर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। घटना से पुलिस शिथिलता पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है यदि पुलिस खानापूर्ति जगह मामले को गभीरता से लेती तो आज यह नौबत न आती।
खेतासराय, जौनपुर। स्थानीय थाना क्षेत्र के सीधा गांव में एक निजी तालाब में अराजकतत्वों द्वारा जहर डालने से तीन कुंतल से अधिक मछलियां मर गयी। मरी मछलियों की कीमत लगभग एक लाख रुपए बताया जा रहा है। पीड़ित ने इस मामले में थाने में तहरीर दिया है।
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File Photo |
जानकारी के अनुसार सीधा गांव निवासी कुतबुद्दीन का गांव में एक निजी तालाब है। जिसमें वर्षों से मत्स्य पालन करते है। शनिवार की रात अराजक तत्वों ने तालाब में विषाक्त पदार्थ डाल दिया। जिससे मछलियां मरकर तालाब में उतरा गयी। रविवार की वह सुबह तालाब पर गए तो पानी में उतराई मरी मछलियां देख दंग रह गये। पीड़ित के अनुसार लगभग तीन कुन्तल मछलियां मर गई। जिसकी कीमत लगभग लाखो रुपये बताई जा रही है। पीड़ित का कहना है कि बीते 5 जुलाई 2019 को उपजिलाधिकारी शाहगंज से निजी तालाब में लोगों द्वारा कूड़ा फेंकने व गन्दगी करने वालो पर रोक लगाने के लिए प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाया था। जिसमें उपजिलाधिकारी जांच हेतु खेतासराय पुलिस को दे दिया था। स्थानीय पुलिस दोनों पक्षों को शांति भंग में चालन भेज कर खानापूर्ति कर लिया था। पीड़ित का आरोप है कि यदि पुलिस मामले को गम्भीरता से लेती तथा पहले जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की होती तो आज इस तरह की घटना न होती। इसके खिलाफ पीड़ित ने रविवार को घटना की सूचना पुलिस को देकर अराजक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग किया है। सूचना पाकर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। घटना से पुलिस शिथिलता पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है यदि पुलिस खानापूर्ति जगह मामले को गभीरता से लेती तो आज यह नौबत न आती।
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