जौनपुर। पूर्वांचल की राजनीति में अपना वर्चस्व रखने वाले बाहुबली पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी के भाजपा में इंट्री होने से पूर्वांचल की राजनीति एक बार फिर गरमा गयी।
बता दें कि श्रीकला रेड्डी निप्पो समूह घराने की बेटी हैं। श्रीकला रेड्डी के पिता तेलंगाना के हूजूरनगर से निर्दलीय विधायक रहे हैं। दरअसल धनंजय सिंह ने 2017 में श्रीकला से तीसरी शादी रचाई थी। शाही अंदाज में हुई यह शादी सुर्खियों में रही थी। 2009 में बसपा के टिकट पर जौनपुर से सांसद रहे धनंजय सिंह बाद में मायावती से रिश्ते ख़राब होने पर बसपा से निष्कासित कर दिए गए थे।
घरेलू हिंसा में फंसाया गया
धनंजय सिंह ने कहा था कि उन्हें घरेलू हिंसा के केस में गलत फंसाया गया। घटना उनके दिल्ली आवास पर हुई थी जब वे जौनपुर में थे। उन्होंने ही पुलिस को खबर दी और उन्हें ही फंसा दिया गया। धनंजय का आरोप हैं कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की मिलीभगत से उनकी राजनीति को डगमगाने की कोशिश की लेकिन अदालत ने उन्हें निर्दोष पाया और बरी कर दिया। आज उन पर कोई मुकदमा नहीं हैं।
धनंजय सिंह का राजनीतिक इतिहास
धनंजय सिंह 2002 में रारी, जौनपुर से निर्दलीय विधायक चुने गए। फिर 2007 विधानसभा चुनावों में जेडीयू-बीजेपी गठबंधन पर दोबारा जीते। साल 2009 में धनंजय सिंह बीएसपी टिकट पर जौनपुर से चुनाव जीत कर सांसद बने। जीते भी तो 81 हजार वोटों से। 2014 में उन्हें घरेलू हिंसा के मामले में जेल भेज दिया गया। फिर भी उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और कांग्रेस से भी ज्यादा 67000 वोट पाए लेकिन इतना तो साफ हैं कि जब बीजेपी मिशन 2019 में लगी है ऐसे चेहरों की उन्हें भी जरुरत हैं जो जीत कर आ सकें इसलिए धनंजय सिंह की पत्नी की बीजेपी में एंट्री एक राजनीतिक रंग जरूर ले सकती है।
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