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अरशद हाशमी
मड़ियाहूं, जौनपुर। हाईकोर्ट में जनहित याचिका त्रिभुवन यादव बनाम स्टेट सरकार पर हुये आदेश पर रविवार की सुबह 10 बजे एसडीएम चन्द्रशेखर एक गाड़ी पीएसी व कई दर्जन पुलिसबल व जेसीबी के साथ ग्राम रानीपुर में पहुँच कर रास्ते में बने मंदिर को ध्वस्त कराने पहुँच गये। भारी पुलिस बल देखकर गाँव में अफरा—तफरी का माहौल हो गया। जैसे ही जेसीबी मंदिर गिराने की तरफ बढ़ी तो रास्ता रोक रहे चारों भाइयों में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा और जेसीबी की के आगे खड़े हो गए और कहा कि मंदिर मत गिरायें हम अपनी जमीन आराजी नंबर 162 से 10 फीट का रास्ता देने को तैयार हैं जिस पर मंदिर ध्वस्तीकरण रोक दिया गया।
जानकारी के अनुसार त्रिभुवन यादव ने हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका स्टेट सरकार को पार्टी बनाकर घर तक रास्ता बनाये जाने के लिए मांग की थी क्योंकि उनके पट्टीदारों द्वारा रास्ते के बीच में मंदिर बना दिया गया था और मंदिर के दोनों तरफ इन पाटीदारों वीरेंद्र यादव, लाल बहादुर यादव, बिजेंद्र यादव, मोहन लाल यादव की आराजी संख्या 162 की जमीन थी जो यह लोग अपनी जमीन से रास्ता नहीं दे रहे थे जबकि एक भाई मोहन लाल यादव रास्ता देने के लिए तैयार थे जिस पर हाईकोर्ट ने जिलाधिकारी /उपजिला अधिकारी को आदेश दिया था कि रास्ते में बने हुए मंदिर को ध्वस्त कर याची के घर तक रास्ता मुहैया कराकर 20 अगस्त 2019 तक हाई कोर्ट को सूचित करें उसी आदेश के पालन के लिए रविवार की सुबह उप जिलाधिकारी भारी फोर्स के साथ रानीपुर गाँव गए जैसे ही मंदिर गिराने के लिए जेसीबी आगे बढ़ी इन चारों भाइयों ने जेसीबी के आगे खड़े होकर अधिकारियों से गुहार लगाई कि हम अपनी जमीन में से 10 फिट का रास्ता देने के लिए तैयार हैं पर मंदिर न गिराए जिस पर अधिकारी मान गए। दोनों पक्षों में समझौता तहसीलदार सुदर्शन ने लिखा और तत्काल रास्ता निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया। इस अवसर पर प्रभारी निरीक्षक दिनेश चंद पांडेय, सीओ मछलीशहर विजय सिंह, तहसीलदार सुदर्शन राम, लेखपाल पंकज पाठक आदि दर्जनों पुलिस बल के जवान रहे।
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