#TeamJaunpurLive
जगदीश गुप्ता
धर्मापुर, जौनपुर। गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के खलसहां गांव में सोमवार को शव दफनाने को लेकर हुये विवाद में दो वर्ग आमने-सामने आ गये। सूचना पर पहुंची गौराबादशाहपुर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में किया।
खसलहां गांव निवासी मुन्ना लाल नट की 35 वर्षीया पुत्री शमीना तीन दिन पहले मऊ जनपद के मुहम्मदाबाद गोहना से अपने मायके खलसहा आयी थी। वह काफी दिनों से बीमार चल रही थी। सोमवार की भोर में उसकी मृत्यु हो गयी। शमीना के शव को गांव में स्थित कब्रिास्तान में दफनाने के लिये परिजन लेकर पहुंचे तथा कब्रिास्तान के किनारे गडढा कब्रा खोदनी शुरु ही किये थे कि उसी गांव के निवासी दयाराम यादव और लालता यादव ने यह कहते हुये कब्रा खोदने से रोक दिया कि जहां कब्रा खोदी जा रही है वह उनके खेत का हिस्सा है न कि कब्रिास्तान की जमीन। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में तनाव फैल गया। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। सूचना पर एसओ गौराबादशाहपुर सुरेश कुमार सिंह ने तत्काल इस घटना की जानकारी एसडीएम सदर को दी। एसडीएम सदर ने राजस्व टीम, कानूनगो और लेखपाल को मापी के लिए मौके पर तत्काल भेजा। मौके पर एसओ ग्राम प्रधान और दोनों पक्ष की मौजूदगी में मापी की गई तो जिस जगह शव दफन किया जा रहा था वह कब्रिास्तान में ही निकला। मापी के बाद यह साफ हो गया कि शव कब्रिास्तान में ही दफनाया जा रहा है। दोनों पक्ष की एक सहमति से शव को उसी जगह पर दफना दिया तथा पुलिस और राजस्व टीम के सहयोग से एक बड़ा विवाद होते होते बच गया।
एसओ गौराबादशाहपुर ने बताया कि एसडीएम सदर द्वारा भेजी गई राजस्व टीम ने तत्काल मापी कर दी। जिसमें शव दफनाने की जगह कब्रिास्तान ही निकला। इस प्रकार शव को दोनों पक्षों की उपस्थिति में दफन करवा दिया गया।
जगदीश गुप्ता
धर्मापुर, जौनपुर। गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के खलसहां गांव में सोमवार को शव दफनाने को लेकर हुये विवाद में दो वर्ग आमने-सामने आ गये। सूचना पर पहुंची गौराबादशाहपुर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में किया।
खसलहां गांव निवासी मुन्ना लाल नट की 35 वर्षीया पुत्री शमीना तीन दिन पहले मऊ जनपद के मुहम्मदाबाद गोहना से अपने मायके खलसहा आयी थी। वह काफी दिनों से बीमार चल रही थी। सोमवार की भोर में उसकी मृत्यु हो गयी। शमीना के शव को गांव में स्थित कब्रिास्तान में दफनाने के लिये परिजन लेकर पहुंचे तथा कब्रिास्तान के किनारे गडढा कब्रा खोदनी शुरु ही किये थे कि उसी गांव के निवासी दयाराम यादव और लालता यादव ने यह कहते हुये कब्रा खोदने से रोक दिया कि जहां कब्रा खोदी जा रही है वह उनके खेत का हिस्सा है न कि कब्रिास्तान की जमीन। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में तनाव फैल गया। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। सूचना पर एसओ गौराबादशाहपुर सुरेश कुमार सिंह ने तत्काल इस घटना की जानकारी एसडीएम सदर को दी। एसडीएम सदर ने राजस्व टीम, कानूनगो और लेखपाल को मापी के लिए मौके पर तत्काल भेजा। मौके पर एसओ ग्राम प्रधान और दोनों पक्ष की मौजूदगी में मापी की गई तो जिस जगह शव दफन किया जा रहा था वह कब्रिास्तान में ही निकला। मापी के बाद यह साफ हो गया कि शव कब्रिास्तान में ही दफनाया जा रहा है। दोनों पक्ष की एक सहमति से शव को उसी जगह पर दफना दिया तथा पुलिस और राजस्व टीम के सहयोग से एक बड़ा विवाद होते होते बच गया।
एसओ गौराबादशाहपुर ने बताया कि एसडीएम सदर द्वारा भेजी गई राजस्व टीम ने तत्काल मापी कर दी। जिसमें शव दफनाने की जगह कब्रिास्तान ही निकला। इस प्रकार शव को दोनों पक्षों की उपस्थिति में दफन करवा दिया गया।
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