#TeamJaunpurLive
अखिलेश श्रीवास्तव
मछलीशहर, जौनपुर।
स्थानीय नगर स्थित मीरपुर तिराहे पर 2017 में नगर पंचायत द्वारा बनवाये गए शहीद रामदुलारे सिंह के स्तम्भ पर उनके शहादत दिवस पर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी पहुंचकर श्रद्वाजंलि देना भी उचित नहीं समझा जो कि नगर में चर्चा का विषय बना रहा।
बताते हैं कि 19 अगस्त 1942 में तहसील परिसर में भारतीय तिरंगा लहराते समय क्षेत्र के करियाव गांव निवासी रामदुलारे सिंह को अंग्रेज हुकूमत ने गोली मार दिया था और वे देश के लिए शहीद हो गये। सोमवार को ऐसे वीर सपूत को शहादत दिवस पर जहां तहसील परिसर में लक्ष्मीबाई बिग्रेड एवं हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी के लोगों ने क्षेत्रीय लोगों एवं अधिवक्ताओं के साथ श्रद्वाजंलि दिये वहीं दूसरी तरफ उनके शहीद स्तम्भ पर न तो तहसील के और न ही नगर पंचायत के कोई भी अधिकारी पहुंचकर श्रद्वासुमन अर्पित करना भी उचित नहीं समझा जिसकी जानकारी होने के बाद नगर के चिकित्सक डा. आरबी चौहान, राजेश उमरवैश्य, शिशिर उमरवैश्य सहित तमाम लोग शहीद स्तम्भ पर पहुंचकर अमर शहीद को याद करते हुए उनके प्रतिमा पर माल्यर्पण कर श्रधांजलि दिये।
अखिलेश श्रीवास्तव
मछलीशहर, जौनपुर।
स्थानीय नगर स्थित मीरपुर तिराहे पर 2017 में नगर पंचायत द्वारा बनवाये गए शहीद रामदुलारे सिंह के स्तम्भ पर उनके शहादत दिवस पर कोई भी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी पहुंचकर श्रद्वाजंलि देना भी उचित नहीं समझा जो कि नगर में चर्चा का विषय बना रहा।
बताते हैं कि 19 अगस्त 1942 में तहसील परिसर में भारतीय तिरंगा लहराते समय क्षेत्र के करियाव गांव निवासी रामदुलारे सिंह को अंग्रेज हुकूमत ने गोली मार दिया था और वे देश के लिए शहीद हो गये। सोमवार को ऐसे वीर सपूत को शहादत दिवस पर जहां तहसील परिसर में लक्ष्मीबाई बिग्रेड एवं हिंदुस्तान रिपब्लिकन आर्मी के लोगों ने क्षेत्रीय लोगों एवं अधिवक्ताओं के साथ श्रद्वाजंलि दिये वहीं दूसरी तरफ उनके शहीद स्तम्भ पर न तो तहसील के और न ही नगर पंचायत के कोई भी अधिकारी पहुंचकर श्रद्वासुमन अर्पित करना भी उचित नहीं समझा जिसकी जानकारी होने के बाद नगर के चिकित्सक डा. आरबी चौहान, राजेश उमरवैश्य, शिशिर उमरवैश्य सहित तमाम लोग शहीद स्तम्भ पर पहुंचकर अमर शहीद को याद करते हुए उनके प्रतिमा पर माल्यर्पण कर श्रधांजलि दिये।
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