जौनपुर। नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) के खिलाफ शाही अटाला मस्जिद पर सैकड़ों की संख्या में एआईएमआईएम कार्यकर्ताओं ने बांह पर काली पट्टी बांध शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने इस कानून को काला कानून व संविधान के विरु द्ध बताया।
जिलाध्यक्ष इमरान बन्टी ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक धर्म के आधार पर बांटने वाला विधेयक है और संविधान की धारा 14 की खिलाफ वर्जी करता है। देश का संविधान समानता की बात करता है लेकिन ये विधेयक धर्म की बात करता है। आज देश का अल्पसंख्यक रोजगार, नौकरी, शिक्षा, स्वास्थ्य से वंचित है लेकिन केंद्र सरकार विदेशी अल्पसंख्यकों की फिक्र कर रही है। उन्होंने कहा कि इस विधेयक के द्वारा सिर्फ मुसलमानों को नहीं बल्कि संविधान को भी निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्य जल रहे हैं। इंटरनेट की सुविधा बन्द कर दी गई है।
जिला महासचिव शाहनेयाज अहमद व वरिष्ठ नेता अरु ण पाण्डेय ने कहा कि देश में इस कानून को ले कर असमंजस व भय का माहौल है। बीजेपी की सरकार संविधान का माखौल उड़ा रही है। देश इस काले कानून का विरोध कर रहा है। इस मौके जिला संयुक्त सचिव इंजीनियर ज़ुबैर खान, कोषाध्यक्ष जावेद सिद्दीकी, सदर विधानसभा अध्यक्ष आशाद खान, शफ़ीक़ अहमद, सुफियान उर्फ गुड्डू, अज़ीम सहित सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
शाहगंज : भारत सरकार द्वारा लाये गये नागरिक संशोधन बिल के विरोध में राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के कार्यकर्ताओं ने गुरु वार देर शाम पार्टी के नगर अध्यक्ष सभासद रिजवान शाही के नेतृत्व में भादी मोहल्ले में बिल की प्रतियां जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान रिजवान शाही ने कहा कि समय देश मे नफरत और अलगाववाद की राजनीति हो रही है जो कहीं से भी देश हित में नही है। ऐसा विधेयक लाकर केंद्र की भाजपा सरकार मुसलमानों में भय और नफरत को बढ़ावा देने का काम कर रही है। इस दौरान मो. अमजद, कफील, अलमास, एजाज, शुरेश कुमार, रोहित कुमार, अंकित सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।