जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आयोजित कार्यक्रम अधिकारियों के सात दिवसीय ईटीआई प्रशिक्षण के पांचवें दिवस शनिवार को जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष डाॅ. मनोज मिश्र ने विभिन्न विश्वविद्यालयों से आये हुए कार्यक्रम अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए जनसंचार माध्यमों की राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम में उपयोगिता पद विस्तार से प्रकाश डाला।
उन्होनें कहा कि आज सेवा के साथ समाज को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सम्पन्न करना है। संक्रामक एवं जीवाणु जनित बीमारियों पर जागरुक करके हमारा समाज बहुत सारे संकटों से मुक्ति पा सकता है। उन्होंने चर्चा के दौरान रासेयो के साथ साथ अन्य कार्यक्रमों में भी जनसंचार माध्यमों की उपयोगिता को समझाया।
प्रशिक्षण में कार्यक्रम अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए सार्वजननिक पीजी कालेज मुंगराबादशाहपुर के मनोविज्ञान विभाग के असि. प्रो. डाॅ. विवेक पाण्डेय ने राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रमों में कार्यक्रम अधिकारियों को मनोविज्ञान की उपयोगिता समझाते हुए छात्रों का मार्गदर्शन कैसे किया जाय जिससे स्वयंसेवकों के मन में समाज के प्रति उनका क्या कर्तव्य है एवं समाज में क्या बेहतर योगदान दिया जा सकता है पर विस्तार से बताया।
अन्तिम सत्र में राष्ट्रीय सेवा योजना के आजमगढ़ जनपद के नोडल अधिकारी डा. उदयभान यादव ने कार्यक्रम अधिकारियों को रक्तदान के महत्व एवं किस प्रकार जागरुक करके स्वंयसेवकों को रक्तदान के प्रति प्रेरित किया जाय। आजमगढ़ जनपद में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं के सफल संचालन के लिए गाजीपुर जिलाधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित होने के अपने अनुभवों को भी कार्यक्रम अधिकारियों से साझा किया। स्वागत भाषण कार्यक्रम समन्वयक राकेश कुमार यादव ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. राजेश गर्ग ने दिया। इस अवसर पर डाॅ. ब्रिजेन्द्र कुमार सिंह, डाॅ. कमलेश कुमार पाण्डेय, डाॅ. शालिनी सिंह, डाॅ. राजश्री सिंह आदि प्रशिक्षु कार्यक्रम अधिकारी उपस्थित रहे।