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जौनपुर : गरीब बच्चों को भी खेलने के लिए दें खिलौना


जौनपुर। सीडीओ अनुपम शुक्ला ने बताया कि देश में 0 से 6 वर्ष के बच्चों में कुपोषण रूग्ण्ता तथा बच्चों के विकास से जुड़े अन्य पहलुओं पर आंगनबाड़ी केंद्रों के द्वारा सेवाएं दी जाती है। उन्होंने कहा कि जो बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों पर आकर सेवा लेते हैं वे सभी प्रायः गरीब परिवार से होते हैं लेकिन उनके अंदर जीवन जीने की तथा कुछ अच्छा कर जाने की असीम लालसा होती है।





जनपद में आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों को सेवा दी जा रही है। 03 से 06 वर्ष के बच्चे प्रतिदिन आंगनबाड़ी केंद्र पर आते हैं जहां वह लगभग 4 घंटे तक रहते हैं। आंगनबाड़ी केंद्र आकर्षण का केंद्र ना होने के कारण आने वालों की संख्या कम होती है, जो भी बच्चे आते हैं वह अधिक समय तक नहीं रूकते है। राज्य सरकार अपने संसाधनों से जो कुछ कर सकती हो कर रही है लेकिन इसमें समुदाय एवं जनपद के लोगों का भी सहयोग, ध्यान देना जरूरी है।





उन्होंने जनपदवासियों से अपील करते हुए कहा हैं कि लोगों के घरों में छोटे-छोटे बच्चों के जो प्राय: खिलौने बदलते रहते हैं वह अतिरिक्त खिलौने जो कि टिकाऊ, ज्ञानवर्धक तथा मनोरंजक हो, उन्हें डिब्बे में रखवाकर टैग लगाते हुए 15 फरवरी 2020 तक विकास भवन स्थित कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी कमरा नंबर 413 में दे सकते हैं जिससे आंगनवाड़ी केंद्रों पर आने वाले बच्चों को खेलने के लिए खिलौने मिल सके।


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