जिले के इतिहास में पहली बार किसी मामले में हुआ है नार्कोटेस्ट
खेतासराय, जौनपुर। पुलिस ने अयान मामले में मिली हर एक महत्वपूर्ण कड़ी को जोड़कर क़ब्र तक पहुँच कर अवशेष बरामद तो कर लिया है। क्या बरामद कई हिस्से में मिली कंकाल अयान का है? हत्या हुई या बीमारी से मौत? इन तमाम अनुत्तरित सवाल का जवाब डीएनए टेस्ट से ही मिल पाएगा। मामा के ही गुहार पर हाईकोर्ट के निर्देश पर पुलिस अयान की बरामदगी का ऑपरेशन चला रही थी। पुलिस की चल रही विवेचना में घटना का मास्टरमाइंड सगे मामा की भूमिका आने पर लोग हैरत में आ गए। जिले के इतिहास में पहली बार ऐसा कोई मामला आया है जिसमें पुलिस को छानबीन के लिए नार्कोटेस्ट का सहारा लेना पड़ा।
गौरतलब हो कि साढ़े तीन साल पूर्व कस्बे के जोगियाना वार्ड में ननिहाल में रह रहे 4 वर्षीय अयान पुत्र यूसुफ निवासी मुस्तफ़ाबद थाना सुजानगंज संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया। पत्नी मोहसिना बेगम और पति यूसुफ एक दूसरे पर ग़ायब का आरोप लगाने लगे। न्यायालय के हस्तक्षेप से स्थानीय पुलिस ने जुलाई 2017 में चार लोगों पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया। पूर्व थाना प्रभारी निरीक्षक जगदीश कुशवाहा ने अयान के मामा बदरे आलम और माँ मोहसिना का नार्कोटेस्ट कराया, जिस में कोई खास इनपुट हाथ नहीं लगा।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दादा समीउल्लाह और दादी नगीना को भी शामिल कर चार्जशीट दाखिल कर दी। उच्च न्यायालय के सख़्ती से 27 तारीख तक बरामदगी के लिए पुलिस हर पहलू की बारीकी से तहकीकात कर रही थी। एसपी मामले की पल पल की मॉनिटरिंग कर रहे थे। पुलिस को अयान के मौसा से मिली अहम कड़ी को जोड़कर क़ब्र तक पहुँच गयी।
सूत्रों के अनुसार पुलिस जाँच में मामला सामने आया कि अयान किसी बीमारी से पीड़ित था, जिसका जिला मुख्यालय पर एक चिकित्सक के यहाँ इलाज भी चल रहा था। अब जोगियाना वार्ड के एक कब्रिस्तान के बाग में मिली अवशेष को डीएनए टेस्ट जाँच के बाद ही पूरे रहस्य से पर्दा उठेगा।
इस संबंध में सीओ शाहगंज जितेन्द्र कुमार दूबे ने बताया कि हाईकोर्ट के डाएरेक्शन में मामले की जाँच चल रही है इस वजह से बेहद गोपनीयता बरती जा रही है। मिले अवशेष को डीएनए टेस्ट के लिए लखनऊ भेजने के लिए लिखा पढ़ी की जायेगी।