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नेवढ़िया : किसी की मदद करना पड़ रहा भारी, मुझे फंसाया जा रहा : कौशल पाण्डेय


जौनपुर। अपने ऊपर पांच लाख की रंगदारी जैसे रंगीन आरोपों को निराधार बताते हुए मड़ियाहूं के पत्रकार कौशल पाण्डेय ने नया सबेरा डॉट कॉम को बताया कि स्टेट बैंक आफ इंडिया के फील्ड आफिसर भृगुनाथ गौड़ के पुत्री व कुछ अन्य लोगों का नौकरी दिलाने के नाम पर रमाशंकर निवासी ग्राम कसियांव नामक व्यक्ति ने 20 लाख 80 हजार रूपये ले लिया और फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया। जब सच सामने आया तो भृगुनाथ गौड़ के होश उड़ गये। इसी दौरान उन्होंने रमाशंकर से कई बार रूपये मांगें लेकिन वह आना—कानी करता रहा। इसी बीच मेरी उनसे मुलाकात हो गयी और उन्होंने पूरी जानकारी मुझे बतायी।  मड़ियाहूं में फील्ड आफिसर के पद पर तैनाती होने के नाते वह हमारे पुराने परिचित थे तो मैंने उनकी मदद के लिए हाथ बढ़ाया और इसलिए मुझे बदनाम किया जा रहा है।





पांच लाख रूपये की रंगदारी मांगने की खबर को सिरे से खारिज करते हुए उन्होंने पूरा घटना बताते हुए कहा कि जब भृगुनाथ पाण्डेय स्टेट बैंक आफ इंडिया मड़ियाहूं शाखा के फील्ड आफिसर थे तभी उनकी मुलाकात रमाशंकर से हुई थी। रमाशंकर ने भृगुनाथ को विश्वास में लेकर उनकी पुत्री और कुछ अन्य लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने की बात कही। उसके झांसे में आकर भृगुनाथ ने उसे 20 लाख 80 हजार रूपये दे दिया। कुछ दिन बाद रमाशंकर ने उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया जब सच्चाई सामने आयी तो भृगुनाथ के होश उड़ गये। वह रमाशंकर से अपना रूपया मांगने लगे। इस पर भृगुनाथ आनाकानी करने लगा।





कौशल पाण्डेय ने बताया कि इसी बीच भृगुनाथ की मुलाकात मुझसे हो गयी। भृगुनाथ ने मुझे पूरी जानकारी दी तो मैंने नेवढ़िया थाने में तहरीर दिलवायी और रूपया निकालने में उनकी मदद की बात कही। इसी बीच साजिश के तहत मुझे आरोपियों द्वारा बदनाम करने के लिए फंसाया जा रहा है जबकि मेरा सिर्फ इतना दोष है कि मैंने एक पत्रकार के नाते भृगुनाथ की सहायता की और मेरा कोई दोष नहीं है। पांच लाख रूपये रंगदारी मांगने की खबर पूरी तरह से निराधार है। उन्होंने एसपी को पत्र सौंपकर न्याय की गुहार लगायी है।


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