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#JaunpurLive : पुलिस से मारपीट के आरोप में दो प्रधान सहित आठ पर मुकदमा



पुलिस ने पांच को किया गिरफ्तार, तीन फरार
चंदवक,जौनपुर। थाने के गेट के सामने बुधवार आधी रात पुलिस व  दलितों में लूट की झूठी सूचना देने वाले को छुड़ाने को लेकर दलितों व पीआर बी 112 पुलिस में हाथापाई हो गई जिससे अफरा तफरी मच गई। सूचना पर मय फोर्स पहुंचे थानाप्रभारी ने पांच को हिरासत में ले लिया। तीन फरार हो गए। पुलिस आरक्षी चंदन की तहरीर पर दो प्रधान सहित आठ लोगों के विरु द्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश हो रही है। एहतिहात के तौर पर बड़वा, भगतौली व बलरामपुर में पुलिस पीएसी तैनात कर दी गई है। क्षेत्र के भगतौली गांव निवासी अभिषेक कुमार पुत्र जियालाल राम ने पुलिस को सूचना दी कि मेरा बीस हजार लूट लिया गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस को जांच में लगा कि मामला फर्जी है। वह अभिषेक को लेकर थाने आयीं। पुलिस शराब पीने के कारण उसका मेडिकल कराकर थाने के गेट पर पहुंची ही थी कि उसके पिता सहित परिजन भी आ गए। गांव के प्रधान राकेश सिंह गुड्डू व बलरामपुर गांव के प्रधान सुबाष यादव भी पहुंच गए।अभिषेक के परिजन बुरी तरह मारने पीटने का आरोप लगाते हुए पुलिस से उलझ गए और हाथापाई करने लगे।जिससे अफरा तफरी मच गई। एक पुलिस कर्मी चोटिल हो गया। सूचना पर तत्काल थानाप्रभारी शिव प्रसाद पांडेय,चौकी इंचार्ज बजरंगनगर जितेंद्र सिंह, पटरही त्रिवेणी सिंह,कोतवाल केराकत मय फोर्स पहुंच गए और पांच को मौके से हिरासत में ले लिया। पुलिस आरक्षी चंदन की तहरीर पर जियालाल राम पुत्र मुखराम, अभिषेक कुमार, आदिल कुमार पुत्र जियालाल निवासी भगतौली, विशाल चौधरी निवासी बहुरा खानपुर गाजीपुर, दिलीप कुमार पुत्र राम अवध निवासी नेवादा खानपुर गाजीपुर, राकेश सिंह गुड्डू प्रधान निवासी बड़वा, सुभाष यादव प्रधान बलरामपुर व नीरज सिंह पुत्र महेंद्र सिंह निवासी पड़रछा के विरु द्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दोनों प्रधान सहित तीन आरोपियों की तलाश में जगह-जगह दबिश दे रही है।

पुलिस ने व्यक्तिगत खुन्नस में दर्ज किया मुकदमा:प्रधान
चंदवक,जौनपुर। पुलिस को लूट की झूठी सूचना देने के आरोपी के परिजनों व पीआरबी पुलिस के बीच हुई  हाथापाई में आरोपी बनाए गए पड़रछा (बड़वा) गांव के प्रधान राकेश सिंह गुड्डू का कहना है कि प्रधान होने के नाते मैं अपने मित्र प्रधान बलरामपुर सुबाष यादव को लेकर थाने गया था।वहां लूट की सूचना देने वाले अभिषेक को पुलिस ने बुरी तरह मारा था।उसका ओठ फट गया था। मुंह से खून आता देख उसके परिजन आक्रोशित हो गए और पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगाते हुए उलझ गए। हम लोगों ने बीच बचाव कर हटाया।पुलिस ने अपनी बर्बरतापूर्ण कृत्य को छुपाने व व्यक्तिगत खुन्नस के कारण हम लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है।

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