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#JaunpurLive : योग भारत की प्राचीनतम सभ्यता और संस्कृति की अमूल्य धरोहर है

#JaunpurLive : योग भारत की प्राचीनतम सभ्यता और संस्कृति की अमूल्य धरोहर है


जौनपुर। योग भारत की प्राचीनतम सभ्यता और संस्कृति की अमूल्य धरोहर है। जिसके नियमित और निरन्तर अभ्यासों से हर व्यक्ति अपने स्वास्थ्य को प्राकृतिक रूप से सर्वोत्तम बना सकता है इसलिये आज के आधुनिकीकरण युग में इसकी उपयोगिता जन जन तक बढ़ जाती है। यह बातें पतंजलि योग समिति के तत्वावधान में मियांपुर स्थित योगस्थली पर कार्यकारिणी सदस्यों के लिये आयोजित योग कार्यशाला में सांसद श्याम सिंह यादव ने कही। योग के क्रियात्मक अभ्यासों को कराते हुए प्रांतीय सह प्रभारी अचल हरीमूर्ति द्वारा इन्टिग्रेटेड योगाभ्यास के साथ आहारचर्या, आयुर्विज्ञान और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धतियों को बताया जा रहा है। श्री हरीमूर्ति के द्वारा अवस्था के साथ रोगानुसार विविध प्रकार के आसन, ध्यान और प्राणायामों का अभ्यास कराते हुए उनसे होने वाले लाभों को बताया जा रहा है। इंटिग्रेटेड योगाभ्यास में लम्बे समय तक अलग अलग आसनों में प्राणायामों का अभ्यास किया जाता है जो स्वास्थ्य लाभ को अनेकों गुना बढ़ा देता है। इस मौके पर डा. ध्रुवराज योगी, डा. चन्द्रसेन, राजीव सिन्हा, अशोक कुमार, नवीन द्विवेद्वी, उदयराज, रविन्द्र सिंह, महेंद्र प्रजापति, हंसराज चौधरी, दयाराम, हरीनाथ यादव, मुन्ना चौहान, राजेश यादव आदि उपस्थित रहे।

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