नया सबेरा नेटवर्क
29 सालों से संचालित हो रही राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की प्रतियोगिता
नेहरू बालोद्यान सीनियर सेकेंड्री स्कूल के प्रांगण से ऑनलाइन की गई संचालित
जिले के 20 विद्यालयों के 153 टीमों ने लिया भाग, स्वच्छता एवं सफाई व्यवस्था की समस्याओं पर बच्चों ने तैयार किये थे प्रोजेक्ट
जौनपुर। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की जनपद स्तरीय प्रतियोगिता नेहरू बालोद्यान सीनियर सेकेण्डरी स्कूल के प्रांगण से आनलाइन संचालित की गयी। मुख्य विषय सतत जीवन के लिए विज्ञान था। प्रतियोगिता में जनपद के विभिन्न 20 विद्यालयों की 158 टीमों ने प्रतिभाग किया। मुख्य विषय से सम्बन्धित स्वच्छता एवं सफाई व्यवस्था की स्थानीय समस्याओं पर आधारित बच्चों ने अपने प्रोजेक्ट्स तैयार करके विभिन्न स्तरीय आयोजनों में प्रस्तुत किये। यह जानकारी राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की जिला समन्वयक श्रीमती चन्द्रकला सिंह ने दी। जिला समन्वयक ने बताया कि राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद भारत सरकार द्वारा बच्चों में क्रियेटिव सोच एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण पैदा करने के उद्देश्य से पिछले 29 वर्षो से लगातर पूरे देश में राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन सम्बन्धित राज्यों में विज्ञान लोकप्रियकरण के क्षेत्र में सुप्रसिद्ध सरकारी एवं गैरसरकारी संस्थाओं के माध्यम से शिक्षा विभाग के समन्वयन में सतत किया जा रहा है। जिसमें कई लाख बच्चे अपने -अपने क्षेत्र की समस्याओं का अध्ययन विज्ञान विधि से करके उसे समाधान करने का प्रयास करते है, और उसके दस्तावेजीकरण को विभिन्न स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रस्तुत करते हैं। जिन्हे "बाल वैज्ञानिक" के रूप में सम्मानित किया जाता है। जिला समन्वयक ने बताया कि बच्चों द्वारा प्रोजेक्ट्स तैयार करने में सुविधा की दृष्टि से मुख्य विषय को 5 सब थीमों में भी विभक्त कर दिया गया था। जिसमें से 1. स्थायी जीवन के लिए पारिस्थितिकी तंत्र 2. स्थायी जीवन यापन के लिए उपयुक्त प्रौद्योगिकी 3. स्थायी रहने के लिए सामाजिक नवाचार 4. स्थायी जीवन के लिए डिजाइन विकास माडलिंग और योजना 5. स्थायी जीवन यापन के लिए पारम्परिक ज्ञान प्रणाली। सम्बन्धित उप विषयों के अन्तर्गत बच्चों ने पता किया कि उनके आस-पास विज्ञान संसाधन से सम्बन्धित क्या-क्या प्रमुख समस्याएं है, और वे अपने प्रोजक्ट के अन्तर्गत विज्ञान विधि से कार्य कर के उसे पहचानेंगे तथा कार्य योजना तैयार करके उसके समाधान का प्रयास किये। बच्चे पता लगाये कि जौनपुर मंे स्वच्छता एवं सफाई व्यवस्था और समाज का परस्पर तालमेल कैसा है, स्वच्छता एवं सफाई व्यवस्था और पर्यावरण परस्पर किस रूप में जुडे़ हुये हैं और उसका पर्यावरण पर प्रभाव कैसा पड़ रहा है, बच्चे अध्ययन के दौरान अपने आस पास के क्षेत्र में पता किये, कि स्वच्छता एवं सफाई व्यवस्था प्रबन्धन के क्या क्या उपाय किये है अथवा किये जा रहे हैं और वे अपने स्तर से क्या क्या उपाय कर सकते है। बच्चे स्वच्छता एवं सफाई व्यवस्था की प्लानिंग भी किये, और उसे एक नमूने के रूप में प्रस्तुत करने के प्रयास किये। ज्ञातब्य है कि राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का राज्य स्तरीय आयोजन दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में आनलाइन होगा। कार्यक्रम में शामिल प्रोजेक्ट के मूल्यांकन को आनलाइन तिलकधारी महाविद्यालय के डा सुदेश कुमार सिंह (भौतिकी विभाग), डा सुधांशु सिन्हा (बीएड विभाग), डा. ज्ञाने·ार शर्मा ने किया। कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक एवं बच्चें आनलानइन जुडे़ थे अतिरिक्त बाल विज्ञान कांग्रेस के सह समन्वयक डॉ सीडी सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम के संचालन में शानू उपाध्याय, दिव्य श्रीवास्तव, तथा अमरेश का सहयोग रहा।
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