नया सबेरा नेटवर्क
सिंगरामऊ,जौनपुर। भगवान अपने भक्तों के सच्ची भक्ति के वशीभूत होते है यह बातें डेहूणा गांव में अमरनाथ तिवारी के आवास पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा प्रवचन करते हुए आचार्य राघव महराज ने कही। उन्होंने कहा की सर्वे·ार भगवान श्रीकृष्ण ने ब्राज में अनेकानेक बाल लीलाएं की थी जो वात्सल्य भाव के उपासकों के चित्त को अनायास ही आकर्षित करती हैं। कथा के दौरान श्रीकृष्ण रु क्मणी विवाह का आयोजन हुआ। कथा में श्री त्रिवेदी ने रास पंच की चर्चा किया उन्होंने कहा कि महारास में पांच अध्याय है उनमें गाए जाने वाले पंच गीत भागवत के पंच प्राण है। जो भी ठाकुरजी के इन पांच गीतों को भाव से गाता है, वह भव पार हो जाता है। उन्हें वृंदावन की भक्ति सहज प्राप्त हो जाती है।कथा में भगवान का मथुरा प्रस्थान, कंस का वध,महर्षि संदीपनी के आश्रम में विद्या ग्रहण करना, कालयवन का वध,उधव गोपी संवाद, ऊधव द्वारा गोपियों को अपना गुरु बनाना, द्वारका की स्थापना व रु कमणी विवाह के प्रसंग का संगीतमय भावपूर्ण पाठ किया गया। इस अवसर पर घनश्याम पाण्डेय,सत्येंद्र मिश्रा,राकेश तिवारी, छोटेलाल मिश्रा, दीपक तिवारी,समेत भारी संख्या में भक्तगण मौजूद रहे।
from Naya Sabera | नया सबेरा - No.1 Hindi News Portal Of Jaunpur (U.P.) https://ift.tt/3pvcy45
0 Comments