पाठक को ध्यान में रखकर करें काम: आशुतोष शुक्ल
पूविवि एवं अवध विवि के संयुक्त संयोजन में मना हिन्दी पत्रकारिता दिवस
सरायख्वाजा, जौनपुर। पूर्वांचल विश्वविद्यालय एवं डाॅ0 राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या के जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग के संयुक्त संयोजन में गुरुवार को हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर डिजिटल दौर में हिन्दी पत्रकारिता के बदलते आयाम विषय पर एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 वन्दना सिंह ने कहा कि डिजिटल युग में न केवल हमारे संवाद के तरीकों को बदला है, बल्कि हिंदी पत्रकारिता के परिदृश्य को भी एक नया आयाम दिया है। यह परिवर्तन न केवल तकनीकी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे समाज, संस्कृति और भाषा पर भी गहरा प्रभाव पड़ा है। डिजिटल युग ने हिन्दी पत्रकारिता के समक्ष चुनौतियां भी प्रस्तुत की हैं। इसके लिए जिम्मेदार पत्रकारिता और सही तथ्य-जांच के महत्व को भी हम नकार नहीं सकते। इसी क्रम में मुख्य अतिथि अवध विवि की कुलपति प्रो0 प्रतिभा गोयल ने कहा कि किसी भी समाज एवं संस्कृति में पत्रकारिता का बड़ा योगदान है। पत्रकारिता समाज को दिशा प्रदान करती है। पत्रकारिता के सिद्धांत पर ध्यान देना आवश्यक है कि पहले सूचनाओं को जांचिए, फिर लिखिए, क्योंकि समाज में पत्रकारिता एक पथ प्रदर्शक का कार्य करती है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता आशुतोष शुक्ल वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि पत्रकारिता करने वाले सदैव अपने पाठक को ध्यान में रखकर काम करें। समाज की खबरें सामने लाने का प्रयास करें। पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करने के लिए पैशन का होना आवश्यक है। जब पत्रकारिता पैशन के लिए की जाती है तब आपकी कलम से समाज में लोगों का भला होता है। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत जनसंचार विभागाध्यक्ष प्रो0 मनोज मिश्र ने किया। संचालन डाॅ0 दिग्विजय सिंह ने किया। अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन अविवि के पत्रकारिता विभाग के समन्वयक डाॅ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी ने किया। इस अवसर पर प्रो0 अविनाश पाथर्डीकर, डाॅ0 सुनील कुमार, डाॅ0 अवध बिहारी सिंह, डॉ, जान्हवी श्रीवास्तव, डाॅ0 सतीश चन्द्र जैसल, डाॅ0 सुरेन्द्र कुमार, डाॅ0 वन्दना दूबे, डाॅ0 दयानन्द उपाध्याय, विश्व प्रकाश सहित दोनों विश्वविद्यालय के शिक्षक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।
0 Comments