केराकत, जौनपुर। पूर्वांचल व दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम को निजीकरण किये जाने का घोर विरोध करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा, खेत मजदूर किसान संग्राम समिति व भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के बैनर तले किसान नेता कामरेड बचाऊ राम के नेतृत्व में किसानों ने एसडीएम कार्यालय पहुंच कर एक ज्ञापन दिया। विद्युत वितरण निगम को निजीकरण किये जाने के फैसले को वापस लेने व बिजली संसोधन बिल 2022 को वापस लेने सहित 14 सूत्रीय मांगों से संबंधित राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी सुनील कुमार भारती को दिया गया।
किसानों का कहना था सरकार के इस निर्णय से लाखों विद्युत कर्मी बेरोजगार हो जाएंगे और उनका भविष्य अंधकारमय हो जायेगा। वहीं किसानों, लघु कुटीर व कृषि आधारित ग्रामीण उद्योग बंद हो जायेंगे। किसान वैसे भी बिजली की मंहगी दरों से खुद परेशान हो रहे हैं। जहां पंजाब सरकार किसानों 300 यूनिट बिजली मुफ्त दे रही है। वहीं भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार के किसान विरोधी नीतियों के चलते भीषण महंगाई का दंश झेलने पर किसान मजबूर हैं। ज्ञापन देने वालों में बचाऊ राम, बंशराज यादव, कैलाश राम, दयाराम, रामजीत, लालचंद, सुरेश एवं संजय कुमार आदि शामिल रहे।
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