न्याय के लिए विवाहिता ने डीएम-एसपी से लगाई गुहार
मुंबई से दिए गए तलाक का मामला जिले में बना चर्चा का विषय
जौनपुर। लड़का मुंबई में और लड़की अपने मायके में, एक फोन आता है जिस पर लड़के की तरफ से एक रटारटाया शब्द तलाक, तलाक, तलाक... की आवाज सुनाई पड़ती है और पलभर में साथ जीने मरने के कसमें वादे सबकुछ खत्म हो जाते हैं। मामला बस इतना ही था कि लड़के ने फोन किया और लड़की ननिहाल के शादी कार्यक्रम में व्यस्त होने के चलते उसका कॉल रिसीव नहीं कर सकी और जैसे ही दूसरी बार कॉल आया तो वह कॉल उसकी जिंदगी का ही काल बन गया। अब हालत यह है कि लड़की न्याय के लिए अधिकारियों के दरवाजे खटखटाती फिर रही है। मामला बक्शा थाना क्षेत्र के उत्तरपट्टी रन्नो गांव का है। सवाल यह उठता है कि आखिर केंद्र की सरकार द्वारा तीन तलाक के मुद्दे पर कठोर कानून बनाए जाने के बाद भी लोगों के अंदर अभी तक इसका भय क्यों नहीं हो रहा है। आखिर कब तक इस तरीके से तबाह होती रहेंगी विवाहित मासूमों की जिंदगियां।
जानकारी के अनुसार बक्शा थाना क्षेत्र के उक्त गांव निवासी मोहम्मद इसराइल ने अपनी पुत्री नूरशबा का विवाह अपनी क्षमता के अनुसार धूमधाम से 12 फरवरी 2023 को सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के करंजाकला के लपरी गांव निवासी मोहम्मद इसराइल के पुत्र आसिफ से किया था। शादी के समय अपनी क्षमता के अनुसार दान दहेज भी दिए गए थे। बताते हैं कि कुछ दिनों तक मामला ठीकठाक चला लेकिन समय बीतने के साथ वर पक्ष के लोगों में दहेज का लोभ बढ़ने लगा और कई बार रुपए, पैसे और सामान की मांग की जाने लगी। जब लड़की द्वारा अपने परिवार की गरीबी की दुहाई देकर अक्षमता जाहिर की गई तो आरोप है कि ससुर इसराइल, ननद अफसाना नाजरीन और देवर साहिल के साथ पति आसिफ उसके साथ आए दिन मारपीट कर प्रताड़ित करने लगे।
पीड़िता के पिता का कहना है कि जानकारी होने पर कई बार उन्होंने अपनी लड़की के ससुराल जाकर किसी तरह मामले को समाप्त कराने की कोशिश की और कुछ लेन देन भी अपनी क्षमता के अनुसार कर दिया लेकिन आरोप है कि डिमांड बढ़ती गई और अदा न कर पाने पर आए दिन उनकी लड़की का उत्पीड़न बढ़ने लगा। करीब एक पखवारे पूर्व दामाद आसिफ ने उनकी लड़की को लाकर घर के पास छोड़ दिया और बिना कुछ बताए चला गया। पता करने पर ज्ञात हुआ कि वह मुंबई चला गया है और अचानक एक दिन लड़की के मोबाइल पर फोन कर धमकाते हुए तीन तलाक दे ही दिया। अब हालत यह है कि लड़की न्याय की गुहार लगाने के लिए उच्चाधिकारियों के दरवाजे खटखटा रही है। बुधवार को पीड़ित नूरशबा ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से मिलकर पत्र देते हुए न्याय की गुहार लगाई है।